नई दिल्ली। आज एक बार फिर से आईपीएल का जिन्न सुरेश रैना के नाम के ईर्द-गिर्द घूम रहा है जिसके क्रिकेट प्रेमियों को सकते में ला दिया है। मालूम हो कि ललित मोदी की ओर से कहा गया है कि साल 2013 में भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना, रवींद्र जडेजा और वेस्ट इंडीज के ड्वेन ब्रावो ने एक बुकी से रिश्वत ली थी जो कि एक बिल्डर भी था।
वैसे इससे पहले साल 2014 में जब आईपीएल फिक्सिंग मामले में देश की सर्वोच्च अदालत में मुद्गल कमिटी की रिपोर्ट ने बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष एन श्रीनिवासन को क्लीन चिट दी थी और उनके दामाद मयप्पन और राज कुंद्रा को बैटिंग का दोषी बताया था और उस समय मुद्गल कमिटी की रिपोर्ट में किसी खिलाड़ी के नाम का खुलासा नहीं हुआ था जबकि कहा गया था कि मुद्गल कमिटी की रिपोर्ट में दोषियों को नंबर के हिसाब से लिखा गया है।
रैना की तरह ही क्रिकेट की दिवानी हैं और गाना गाती हैं प्रियंका!
जो रिपोर्ट मीडिया में आयी थी उसके हिसाब से गुरूनाथ मयप्पन को एक नंबर, राज कुंद्रा को 11, सुंदर रमन को दो और एन श्रीनिवासन को 13 नंबर दिया गया था। दो से लेकर 10 तक खिलाडियों के नाम थे जिसमें दो और तीन नंबर चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाड़ियों के नाम है। तीन नंबर वाले खिलाड़ी को लोग सुरेश रैना के तौर पर अंदाजा लगा रहे थे हालांकि इस बात के पुख्ता सबूत अभी किसी के पास नहीं है, लेकिन ललित मोदी के ट्विट ने एक बार फिर से सुरेश रैना को शक के घेरे में ला दिया है, क्योंकि सोचने वाली बात यह है कि ललित मोदी को रैना को फंसाने में क्या फायदा मिल सकता है?