विशाखापट्टनम। भारतीय कप्तान महेंद्र सिंंह धोनी की मैच फिनिशर की खूबियां और उनके नेतृत्व का 29 अक्टूबर को होने वाले न्यूजीलैंड के खिलाफ 5वें और निर्णायक वनडे मैच में इम्तिहान होना है।
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न्यूजीलैंड से हार के बावजूद कोहली के नाम जुड़ा शानदार रिकॉर्ड
न्यूूजीलैंड के खिलाफ मौजूदा क्रिकेट सीरज 2-2 से बराबर है और भारतीय खिलाड़ी निर्णायक मुकाबले में हर हाल में जीतकर सीरीज अपने नाम करना चाहेंगे। हालांकि, इस मैच पर खराब मौसम ग्रहण लगा सकता है।
इस सीरीज के बाद यूं तो अचानक धोनी की कप्तानी जाने वाली नहीं है लेकिन अगर भारत यह मैच हारा तो फिर उनकी कप्तानी पर सवाल उठने लगेंगे। धोनी यह पहले ही कबूल चुके हैं कि निचले क्रम पर उतरने से उन्हें स्ट्राइक रेट को निरंतर बेहतर रख पाना मुमकिन नहीं हो पाता है।
धोनी की कप्तानी में भारत ने घरेलू मैदान पर तीन वनडे सीरीज गंवाई हैं। इनमें से एक बांग्लादेश के खिलाफ 1-2, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1-4 और और दक्षिण अफ्रीका के हाथों 2-3 से हार हुई थी। भारत ने बीते 18 महीनोंं में जो एकमात्र वनडे सीरीज अपने नाम की है, वह जिंम्बॉम्वे के खिलाफ दर्ज है।
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चार महीनों से न्यूजीलैंड के बाहर मैच खेल रही कीवी टीम ने जिम्बॉम्वे के खिलाफ 2-0 से वनडे सीरीज जीती है। इसके साथ ही दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उसने 1-1 से ड्रॉ खेला था। जबकि भारत ने उसे हाल ही में टेस्ट सीरीज में 3-0 से मात दे दी।
कीवियों के खिलाफ धर्मशाला में शुरू हुए वनडे अभियान में कप्तान केन विलियमसन और मार्टिन गुप्टिल ने दिल्ली, रांची में शाानदार प्रदर्शन किया था। इस तरह से कीवी टीम ने सीरीज को अबतक बराबर रखने में सफलता पाई है।
1988 से अबतक न्यूजीलैंड ने भारत के खिलाफ कभी दि्वपक्षीय सीरीज में जीत दर्ज नहीं की है। अगर वह यह सीरीज जीतती है तो यह उसके लिए रिकॉर्ड होगा।
डॉक्टर वाइएस राजशेखरा रेड्डी क्रिकेट स्टेडियम पर होने वाले मुकाबले में भारत के पास सीरीज 4-1 से जीतने का बेहतरीन मौका है। धोनी अपने वनडे कॅरियर की समाप्ति से पहले यह सीरीज गंवाना नहीं चाहेंगे।
भारत दुनिया की नंबर 4 वनडे क्रिकेट टीम है और उसे अगले साल जून में चैंपियंस ट्रॉफी से पहले इंग्लैण्ड के खिलाफ तीन वनडे मैैचों की सीरीज खेलनी है।
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विराट कोहली पर हद से ज्यादा निर्भरता भी भारत के लिए सही नहीं है। विराट ने अब तक सीरीज में काफी बेहतरीन प्रदर्शन किया है। भारत की सलामी ओपनिंग जोड़ी अजिंंक्य रहाणे और रोहित शर्मा को फाॅर्म में वापस आने की दरकार अब भी है। ठोस शुुरुआत के लिए इन दोनों का चलना बेहद जरूरी है।
भारत ने इस सीरीज में दोनों जीत विराट कोहली के दम पर हासिल की है। इसनमें उनकी 85 और 154 रनों की पारियां शामिल हैं।
रांची में 261 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए रहाणे ने यह साबित कर दिया कि वह फॉर्म में लौट चुक हैं। जबकि विराट कोहली ने धीमे विकेट पर टिककर खेला।
रोहित शर्मा शुरुआत से ही धोनी ब्रिगेड के सदस्य रहे हैं लेकिन उन्होंने कोई खास खेल नहीं दिखाया है। धोनी यंगस्टर्स को मौका देने अब तक कतराते नजर आए हैं। ऐसी उम्मीद की जानी चाहिए कि वनडे का सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर बनाने वाला यह बल्लेबाज पांचवें मैच में अपनी मां के गृहस्थान में कुछ कमाल कर दिखाएगा।
बात अगर गेंदबाजी की करें तो अमित मिश्रा, अक्षर पटेल, केदार जाधन, आर अश्विन और रविंद्र जडेजा से काफी उम्मीदें रहेंगी।
न्यूजीलैंड को हल्के में इसलिए नहीं आंका नहीं जा सकता है क्योंकि कीवी अपने पुराने आंकड़ों को बदलने के लिए तैयार रहेंगे। कीवी टीम तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में पूरी तरह पस्त होकर आई है।
ये हो सकती हैं टीमें :
भारत : एमएस धोनी(कप्तान), रोहित शर्मा, अजिंक्य रहाणे, विराट कोहली, अक्षर पटेल, मनीष पाण्डेय, केदार जाधव, हार्दिक पंड्या, अमित मिश्रा, धवल कुलकर्णी, उमेश यादव, जसप्रीत बुमराह, जयंत यादव और मनदीप सिंह।
न्यूजीलैंड - केन विलियमसन(कप्तान), मार्टिन गप्टिल, टॉम लाथम, रॉस टेेलर, जेम्स नीशाम, बीजे वॉटलिंग, एंटन डेवकिक, मिशेल सांतनेर, टिम साउदी, ट्रेंट बाउल्ट, इश सोढी, कोरी एंडरसन, ल्यूक रोंची, मैच हेनरी और डाउन ब्रेसवेल।