कोलकाता। पुणे और कटक में जिस तरह से टीम इंडिया ने प्रदर्शन किया उसे देखकर सबको लग रहा था कि भारत ईडन-गार्डन में भी अंग्रेजों के छक्के छुड़ा देगा लेकिन रोमांच के इस मैच में टीम इंडिया जीतते-जीतते हार गई।
कोलकाता में पांच रन से मैच हारा भारत
फिलहाल टीम ने सीरीज पर कब्जा पहले ही कर लिया था इसलिए लोग इस हार को भूल गए लेकिन अगर कमेंट्री और खेल पर आप गौर फरमाएंगे तो पाएंगे कि ऱविवार को भी टीम इंडिया हारती नहीं, अगर अंपायर धर्मसेना ने कुछ गलत फैसले ना लिए होते। कल मैदान पर अंपायर को दो गलत फैसलों का खामियाजा भारत को हारकर भुगतना पड़ा।
धर्मसेना ने लिए दो गलत फैसले
गलती नंबर 1: इंग्लैंड जब बैटिंग कर रहा था तब बुमराह की गेंद पर बेयरस्टो ने थर्ड मैन की दिशा में शॉट खेला था, जो सीधे अश्विन ने हाथों में गया था लेकिन अश्विन और बुमराह इस कैच का जश्न मना पाते, अंपायर धर्मसेना ने थर्ड अंपायर से पूछा कि कहीं गेंद नो बॉल तो नहीं है, रिप्ले में साफ दिखा कि ऐसा कुछ नहीं है, लेकिन थर्ड अंपायर ने गेंद को नो बॉल देकर बेयरस्टो नॉट आउट करार दिया। अब सवाल ये है कि अगर वो कैच नहीं होता तो धर्मसेना नो बॉल चेक ही नहीं करवाते, तो यहां गलती सीधे तौर पर अंपायर की हुई ना, जब सबकुछ थर्ड अंपायर करेगा तो फिर मैदान पर अंपायर क्यों होते हैं?
धर्मसेना ने मॉर्गन को दी फ्री हिट
गलती नंबर 2: इसके बाद भी धर्मसेना की गलतियां रूकी नहीं, दरअसल जब बुमराह की गेंद पर अश्विन ने कैच पकड़ा था तब बेयरस्टो और मॉर्गन ने एक दूसरे को क्रॉस नहीं किया था लेकिन फिर भी अगली फ्री हिट गेंद मॉर्गन ने खेली। जबकि नियम के मुताबिक अगर दोनों बल्लेबाज एक दूसरे को क्रॉस ना करे तो जिस बल्लेबाज ने पहले शॉट खेला है, वहीं बल्लेबाज अगली गेंद खेलता है, इस हिसाब से फ्री हिट बेयरस्टो को मिलनी चाहिए थी लेकिन ऐसा हुआ नहीं और मार्गन ने बिना कोई गलती किए बुमराह की अगली गेंद पर छक्का जड़ दिया।
भारी पड़ा मॉर्गन का छक्का
मालूम हो कि कोलकाता में भारत पांच रन से मैच हारा है, जिसे दूसरे शब्दों में कहा जा सकता है कि अंपायर धर्मसेना की गलतियों का खामियाजा भारत को हार कर चुकाना पड़ा क्योंकि मार्गन का छक्का पूरी टीम को काफी भारी पड़ गया।
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