नई दिल्ली। आईसीसी कमेटी ने बड़े बैट को क्रिकेट की गिरती गुणवत्ता के लिए जिम्मेदार ठहराया है। कमेटी के अध्यक्ष पूर्व स्पिन गेंदबाज अनिल कुंबले हैं, उन्होंने क्रिकेट की गिरती गुणवत्ता पर अपनी चिंता जाहिर की है।
टेस्ट क्रिकेट के बदलेंगे नियम, रैकिंग और ट्रॉफी की व्यवस्था होगी खत्म
कुबंले टेस्ट क्रिकेट की गिरती गुणवत्ता के कई कारण बताये जिसमें बैट के बड़े साइज को भी बताया है। आईसीसी ने जो प्रेस रीलीज की है उसमें कहा गया है कि कमेटी ने कई वजहों पर चर्चा की जिसमें टेस्ट क्रिकेट को बढ़ावा देना शामिल है।
इस बैठक में टेस्ट क्रिकेट की मार्केटिंग के लिए अलग तरह के प्रचार की जरूरत है। इस अलावा टेस्ट क्रिकेट के लिए पिचों की गुणवत्ता पर भी चिंता जाहिर की गयी। इससे अलावा संबंधित देश जिस तरह से अपने देश को मदद पहुंचाने के लिए पिच तैयार करते हैं उसे बड़ी समस्या बताया है।
कमेटी ने मेरीलेबॉन क्रिकेट क्लब से बैट के साइज को निर्धारित करने के लिए खास ध्यान देने को कहा है। एमसीसी ने आईसीसी से इस बाबत सुझाव मांगा था कि बैट और बॉल में ऐसा क्या बदलाव किया जाए कि जिससे खेल में संतुलन बना रहे।
एमसीसी ने जो रिसर्च पेपर दाखिल किया है उसमें कहा गया है कि तत्थों से पता चलता है कि बैट के स्वीट स्पॉट के चलते पिछले दिनों में बैट बहुत मजबूत हो गये हैं। टी-20 और वनडे में लंबे स्कोर बनने पर पैनल ने चिंता जतायी है।
कमेटी का मानना है कि मौजूदा समय में क्रिकेट बल्लेबाजों का खेल बन गया है। इसी को ध्यान में रखते हुए आीसीसी ने एमसीसी को बैंट के साइज को निर्धारित करने को कहा है जिससे की बैट और बॉल में सामंजस्य बरकरार रहे।