नई दिल्ली। पीओके में भारतीय सेना के घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक करने के बाद से पाकिस्तानी बौखलाए हुए हैं। इसका असर भारत-पाकिस्तान के खेल रिश्तों में भी देखने को मिल रहा है।
शाहिद आफरीदी, इमरान खान, जावेद मियांदाद की टिप्पणियों के बाद अब आईसीसी के पूर्व अध्यक्ष एहसान मानी ने 'भड़काऊ' बयान दिया है। उन्होंने पीसीबी यानी पाकिस्तान क्रिकेट से भारत को आईसीसी क्रिकेट टूर्नामेंट की मेजबानी न मिलने के लिए प्रेशर बनाने की अपील की है।
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आपको बता दें कि आगामी सप्ताह केपटाउन में आईसीसी कार्यकारी बोर्ड की मीटिंग होनी है। एहसान मनी यहीं नहीं रुके। उन्होंने पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल से कहा कि आईसीसी को पाकिस्तान के खिलाफ बयानबाजी करने को लेकर बीसीसीआई प्रेसिडेंट अनुराग ठाकुर से सफाई भी मांगनी चाहिए।
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एहसान मनी ने आईसीसी के संविधा का हवाला देते हुए कहा कि इसमें साफ है कि इससे जुड़ा कोई भी अधिकारी या इसके सदस्य देश का अधिकारी कोई भी ऐसा बया नहीं दे सकता है जिससे कि क्रिकेट की साख को बट्टा लगे।
एहसान मनी की मानें तो वह बीते दो वर्षों से पीसीबी को सलाह देते रहे हैं कि वह आईसीसी टूर्नामेंट में ग्रुप चरण के मुकाबलों में भारत के साथ न खेले। उन्होंने भारत-पाकिस्तान मैचों में भारी कमाई और आईसीसी के थ्री संचालन नियम का हवाला देते हुए कहा कि भारत हकीकत में पाकिस्तान के साथ मैच खेलना चाहता है लेकिन वह न खेलने का दिखावा करता है।
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मनी के मुताबिक, पाकिस्तान के पास आईसीसी के सामने अपनी बात रखने का यह सही मौका है। आपको बता दें कि इससे पहले पाकिस्तानी क्रिकेटर शाहिद आफरीदी ने धमकी भरे लहजे में कहा था कि,'भारतीय ये नहीं जानते कि पाकिस्तानी सेना के आगे पठान ही खड़े होते हैं। सभी बॉर्डर्स की सुरक्षा पठान ही करते हैं।'
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वहीं पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर जावेद मियांदाद ने कहा था कि, 'हम तो तैयार बैठे ही हैं इन चीजों के लिए। पाकिस्तान का हर बच्चा चाहता है कि उसे मौत मिले, शहादत मिले तो इस तरह की मिले। मैं खुद भी इसके लिए तैयार हूं। भारत तो बहुत ही डरी कौम है। उनकी कोई फौज भी नहीं है।'