नई दिल्ली। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने वर्ष 2013 में क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। इसके बाद उनके फैंस को उम्मीद थी कि उनका बेटा अर्जुन उनकी विरासत को आगे बढ़ाएगा। मैदान पर भी लोगों ने अर्जुन को बैट और बॉल के साथ बेहतर जुगलबंदी करते हुए देखा है। लेकिन अर्जुन तेंदुलकर की ख्वाहिश तो क्रिकेटर बनने की है ही नहीं। इस बात की जानकारी खुद पिता सचिन ने दी है।
सचिन तेंदुलकर हिंडन एयरबेस पर गुरुवार को एयर फोर्स डे के मौके पर आयोजित समरोह में शिरकत कर रहे थे। इसके बाद वह मीडिया से मुखातिब हुए। सचिन ने इस दौरान कहा कि उनके बेटे अर्जुन की इंडियन एयरफोर्स (आईएएफ) में काफी रूचि है।
हालांकि सचिन ने यह भी कहा अभी यह कहना जल्दबाजी होगी कि वह एयर फोर्स में जाएगा या नहीं। आईएएफ ने सचिन को ग्रुप कैप्टन की मानद उपाधि दी हुई। यह सम्मान उन्हें वर्ष 2010 में हासिल हुआ था।
तेंदुलकर ने कहा कि वह चाहते हें कि अर्जुन एक दिन आईएएफ का हिस्सा बने। उसकी वायु सेना में काफी रूचि भी है। अर्जुन की उम्र अभी 16 वर्ष की है।
तेंदुलकर से जब पूछा गया कि क्या अर्जुन आईएएफ में जाना चाहते हैं तो उन्होंने कहा कि अभी इसका निर्णय लेने के लिए वह काफी छोटा है। तेंदुलकर ने सुखोई जेट उड़ाने की योजना पर कहा कि वह अभी इस पर काम नहीं कर रहे।
तेंदुलकर ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा है कि आईएएफ के कमिटमेंट को देखकर गर्व होता है। हर जवान यहां संपूर्णता के लिए अपना योगदान देता है। आप में से हर एक जवान का देश सेवा के प्रति कटिबद्धता और बलिदान देने के लिए धन्यवाद।