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सिक्सर किंग युवराज सिंह के लिए ही क्यों खास है चैंपियंस ट्रॉफी?

सिक्सर किंग के नाम से मशहूर युवराज सिंह के लिए मौजूदा चैंपियंस ट्रॉफी सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। जानिए क्यों?

लंबे समय तक टीम से बाहर रहने के बाद युवराज सिंह को सीमित ओवर के इस बड़े टूर्नामेंट में खेलने का मौका मिला है। 2011 में भारत को विश्वकप जिताने में सबसे अहम रोल अदा करने वाले युवराज सिंह को चैंपियंस ट्रॉफी के लिए 15 सदस्यीय टीम में चुना गया है। 1 जून से इंग्लैंड में शुरू हो रही चैंपियंस ट्ऱॉफी के लिए इंग्लैंड रवाना होने से पहले कोहली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में युवराज सिंह और पूर्व कप्तान एमएस धोनी को लेकर कहा था कि ये दोनों खिलाड़ी टीम की दीवार हैं और इन दोनों का अनुभव टीम के लिए बहुत फायदेमंद होने वाला है।

चैंपियंस ट्रॉफी से जुड़ी हैं युवराज सिंह के करियर की यादें

चैंपियंस ट्रॉफी से जुड़ी हैं युवराज सिंह के करियर की यादें

इंग्लैंड के स्‍टुअर्ट ब्रॉड के एक ओवर में 6 छक्के लगाने वाले युवराज सिंह ने 2000 में चैंपियंस ट्रॉफी से ही वनडे करियर की शुरूआत की थी। आपको बता दें कि युवराज सिंह ने वर्ष 2000 में 3 अक्टूबर को मेजबान केन्या के खिलाफ अपना पहला वनडे मैच खेला था। हालांकि इस मैच में युवराज की बैटिंग आने से पहले ही टीम इंडिया ने 8 विकेट के बड़े अंतराल से मैच जीत लिया था। हालांकि जब यूवी को मौका मिला तो उन्होंने साबित कर दिया कि वे एक बड़े खिलाड़ी बनने की ओर अग्रसर हैं। युवराज सिंह ने ऑस्ट्रेलिया जैसी बड़ी टीम के खिलाफ अपने अगले ही मैच में शानदार पारी खेली थी। यूवी ने इस मैच में 80 गेंदों में 12 चौंकों की मदद से 84 रन बनाए थे। यूवी की तूफानी पारी की बदौलत भारत ने ऑस्ट्रलिया को 20 रनों से हरा दिया था। इसी चैंपियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट में यूवी ने डिफेंडिंग चैंपियन साउथ अफ्रीका के खिलाफ 35 गेंदों में 41 रन बनाए थे और भारत ने ये मैच जीत लिया था। गौरतलब है कि भारत इस टूर्नामेंट में फाइनल तक पहुंचा था लेकिन उसे फाइनल में न्यूजीलैंड के हाथों 4 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था।

कोई भी आईसीसी खिताब डिफेंड नहीं कर पाई है टीम इंडिया

कोई भी आईसीसी खिताब डिफेंड नहीं कर पाई है टीम इंडिया

2011 वनडे विश्वकप में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुने गए युवराज सिंह विश्वकप के बाद कैंसर का शिकार हो गए। लेकिन क्रिकेट की पिच का असली हीरो कैंसर को पछाड़ एक बार फिर क्रिकेट में लौटा और शानदार खेल दिखाया। युवराज सिंह की खासियत ये भी है कि वो बल्ले के साथ गेंद से भी उतना ही कमाल दिखा सकते हैं। युवराज सिंह आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेलते हैं। इस बार युवराज आईपीएल में फॉर्म में दिखे। 12 मैचों में उन्होंने 252 रन बनाए। जिसमें 70 रन उनका सर्वोच्च स्कोर रहा। हालांकि हैदराबाद अपने आईपीएल के खिताब को बचा नहीं पाई। युवराज सिंह और एमएस धोनी टीम में सबसे अनुभवी खिलाड़ियों में से हैं। ऐसे में विराट कोहली की अगुआई वाली भारतीय टीम को टूर्नामेंट का सबसे फवरेट माना जा रहा है।

ये रहा यूवी का वनडे करियर

ये रहा यूवी का वनडे करियर

गौरतलब है कि डिफेंडिंग चैंपियन भारत अब तक कोई भी आसीसी का खिताब डिफेंड नहीं कर पाया है। 35 वर्षीय युवराज सिंह ने 296 वनडे मैचों खेले हैं। युवराज सिंह मे 36.80 के औसत से 8539 रन बनाए हैं। जिसमें 14 शतक व 51 अर्धशतक शामिल हैं। युवराज सिंह वनडे करियर में अब तक 890 चौके व 153 छक्के लगा चुके हैं। वहीं बॉलिंग की बात करें तो यूवी ने 296 मैचों की 160 पारियों में 111 विकेट लिए हैं। युवराज सिंह ने अपना आखिरी वनडे मैच 22 जनवरी 2017 को इंग्लैंड के ही खिलाफ कोलकाता में खेला था। भारत ये मैच 5 रनों से हार गया था लेकिन युवराज सिंह ने 57 गेंदों में 45 रन बनाए थे।

Story first published: Monday, November 13, 2017, 11:17 [IST]
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