सीएसी ने कुंबले को हेड कोच बनाए रखने पर शर्त रख दी
बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने खुलासा करते हुए कहा है कि एक और बात निकलकर सामने आई है कि चीफ एडवाइजरी कमिटी (सीएसी) के मेंबर सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण, अनिल कुंबले को आगे हेड कोच बनाए रखने के पक्ष में थे लेकिन उन्होंने शर्त यह रखी थी कि पहले पहले सारे विवाद सुलझा लिए जाएं।
कुंंबले और विराट के बीच कोई बातचीत नहीं
आईसीसी चैंपियनशिप ट्रॉफी के फाइनल के बाद इंडियन टीम के होटल में अनिल कुंबले की बीसीसीआई के वरिष्ठ अधिकारियों और सीएसी के साथ मीटिंग हुई थी। इसके बाद कैप्टन विराट कोहली के साथ बीसीसीआई और सीएससी की बैठक हुई। लेकिन इसके बाद जो हुआ उसने सबको चौंका दिया।
आमने-सामने बैठाने पर भी दोनों के मुंह बंद
विवाद सुलझाने के लिए अनिल कुंबले और विराट कोहली को आमने-सामने बैठाया गया लेकिन दोनों ने एक-दूसरे से कोई बात ही नहीं की। इस मामले के बारे में बीसीसीआई के अधिकारी ने बताया कि दिसंबर 2016 के इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के बाद से ही दोनों की बातचीत बंद थी। हमें लग रहा था कि समस्याएं थीं लेकिन यह शॉकिंग है कि दोनों बात ही नहीं कर रहे थे।
अनिल कुंबले ने कोहली की आपत्तियों को नकारा
इस बारे में अनिल कुंबले से जब बीसीसीआई अधिकारियों ने बात की तो फिर उन्होंने यही कहा कि विराट से उनको कोई समस्या नहीं है। विराट कोहली की आपत्तियों पर अनिल कुंबले का कहना था कि यह कोई इश्यू ही नहीं है। बीसीसीआई के अधिकारियों को कुछ सूझ नहीं रहा था कि यह मामला कैसे सुलझाया जाए।
आखिरी फैसला गया कैप्टन के साथ
बीसीसीआई के अधिकारी ने आगे बताया कि विराट कोहली को लगता था कि अनिल कुंबले उसके क्षेत्र में दखल दे रहे थे। अनिल के अपने विचार थे जिसको वे लागू करना चाहते थे। लेकिन आखिरी फैसला तो कैप्टन के पक्ष को देखकर ही लिया जाना था और वही हुआ।