लखनऊ। यूपी के चुनावी समर में एक तरफ जहां तमाम सियासी पार्टियां अपनी रणनीति बनाने में जुटी हैं तो दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी घर के भीतर जबरदस्त संग्राम चल रहा है। लेकिन इन सब के बीच कांग्रेस और अखिलेश यादव के बीच करीबी बढ़ती दिख रही है। हालांकि मुलायम सिंह यादव ने कांग्रेस के साथ गठबंधन से साफ इनकार कर दिया है लेकिन पार्टी के भीतर टिकटों को लेकर चल रहे विवाद के बीच अखिलेश यादव कांग्रेस के करीब आते दिख रहे हैं।
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रामगोपाल यादव ने दिए नई पार्टी के संकेत
हालांकि इस बात की अभी तक कोई पुष्टि नहीं हुई है कि अखिलेश यादव अपनी पार्टी का ऐलान करने जा रहे हैं या नहीं, लेकिन जिस तरह पिछले कुछ दिनों में सपा के भीतर घटनाक्रम बदले हैं उसे देखकर इस बात की संभावना बढ़ गई है कि सपा के भीतर दो गुट साफ तौर पर अलग दिख रहे हैं। वहीं रामगोपाल यादव ने भी आज बयान दिया है कि अखिलेश यादव के द्वारा जारी की गई लिस्ट ही असली लिस्ट है और वह इन उम्मीदवारों का चुनाव प्रचार भी करेंगे। उन्होंने अखिलेश यादव का समर्थन करते हुए कहा कि जो अखिलेश यादव के विरोधी हैं वह मेरे विरोधी हैं। यही नहीं उन्होंने कहा कि अब समझौते की संभावना खत्म हो गई है, आगामी दो या तीन दिन में यह साफ हो जाएगा कि अखिलेश यादव के उम्मीदवार किस चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ेंगे।