चमक-दमक से इतर दूसरा पहलू
आईपीएल ने क्रिकेट को ग्लैमर दिया है। इस चमक-दमक में कई खिलाड़ी चमके हैं। कई खिलाड़ियों की कप्तानी का हुनर भी देखने को मिला है। चमक-दमक के इतर आईपीएल का एक दूसरा पहलू भी है। जिसमें कामरान, राहुल शर्मा से लेकर स्वप्निल अस्नोडकर तक कई नाम हैं।
स्वप्निल अस्नोडकर
आईपीएल के पहले सीजन में स्वप्निल राजस्थान की ओर से खेले थे। राजस्थान को खिताब तक पहुंचाने में उनका अहम रोल था। बतौर ओपनर पहले आईपीएल में उन्होंने 311 रन बनाए। इसके बाद के सीजन में वो फेल हुए तो फिर उनकी वापसी ना हो पाई।
मनप्रीत गोनी
मनप्रीत गोनी भी आईपीएल के ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने कुछ सीजन तक सबका ध्यान खींचा। 2009-13 तक उन्होंने पंजाब के लिए खेला, लगातार गिरते प्रदर्शन की वजह से वो अब खो से गए हैं। हालांकि वो गुजरात लायंस का हिस्सा हैं लेकिन बैंच पर ही बैठे हैं।
पॉल वालथेटी
पॉल वेलथेटी ने 2011 के सीजन में चेन्नई के खिलाफ शतक बनाया था, इस पारी ने उन्हें स्टार बना दिया था। इस सीजन में उन्होंने 136 के स्ट्राइक रेट से 463 रन बनाए थे। इसके बाद वालथेटी ऐसा खाया कि अब वो प्रथम श्रेणी भी नहीं खेल रहे हैं।
कामरान खान
राजस्थान के लिए 2009 में खेलने वाले कामरान खान किसी सनसनी से कम नहीं थे। गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाले कामरान ने अपनी अपनी स्पीड से प्रभावित किया। 2011 में उन्हें पुणे ने खरीदा लेकिन इसके बाद किसी ने उनको नहीं खरीदा।
प्रवीण तांबे
40 से ज्यादा की उम्र के बावजूद प्रवीण तांबे ने लगातार राजस्थान रॉयल्स के लिए बढ़िया गेंदबाजी की। उनको राहुल द्रविड़ की खोज बताया गया। राजस्थान की टीम के विघटन के बाद उनको कोई खरीदार नहीं मिला।
उन्मुक्त चंद
उन्मुक्त चंद को कुछ साल पहले तक भारत के सबसे प्रतिभाशाली खिलाड़ियों में शुमार किया जा रहा था। उन्होंने दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए भी खेला। अब आईपीएल में खरीदार ना मिलने पर वो बांग्लादेश प्रीमियर लीग में खेल रहे हैं।
राहुल शर्मा
राहुल शर्मा अपने आईपीएल करियर में कई टीमों का हिस्सा रहे। उनकी स्पिन गेंदबाजी मसे काफी उम्मीदें की गईं लेकिन एक रेव पार्टी में गिरफ्तार होने के बाद वो क्रिकेट से दूर हो गए हैं।
सौरभ तिवारी
सौरभ तिवारी अपने लंबे बालों की वजह से जूनियर धोनी कहे जाने लगे थे। वो धोनी की तरह बड़े शॉट भी खेलते थे। कोलकाता नाइटराइडर्स के लिए खेलने वाले तिवारी अब घरेलू क्रिकेट तक सीमित हैं।
परविंदर अवाना
2012 और 2013 के सीजन ममें किंग्स इलेवन पंजाब के अहम बॉलर रहे परविंदर अवाना अब गुमनामी में हैं। 2014 के सीजन में खराब प्रदर्शन के बाद आईपीएल से उनकी विदाई हो गई।