नई दिल्ली (विवेक शुक्ला) अब हरियाणा सरकार ने अर्जुन के भाई भीम के नाम पर हरियाणा के सफल खिलाड़ियों को सम्मानित करने का फैसला किया है। हालांकि रोहतक के एमडीयू यूनिवर्सिटी से जुड़े हुए डा. आनंद शर्मा ने कहा कि उन्हें तो नहीं मालूम कि किस तरह से हरियाणा सरकार भीम से अपने को जोड़ रही है। भीम तो अखिल भारतीय नायक हैं, रहेंगे। पर उनका जन्म हरियाणा में हुआ हो, इस तरह के प्रमाण नहीं मिलते।
लगता है कि महाभारत के खास पात्रों को खेल पुरस्कारों के लिए लगता बेहद उपयुक्त माने जाने लगा है। केन्द्र सरकार खेल की दुनिया में बेहतर प्रदर्शन करने वालों को अर्जुन पुरस्कार देती है। ये सिलसिला लंबे समय से चल रहा है।
11 खिलाड़ियों को
भीम पुरस्कार हर साल 11 खिलाड़ियों को दिए जाएंगे। इनके अलावा तीन पुरस्कार टीमों को भी मिलेंगे देश में खेली जानी वाली प्रतियोगिताओं में उल्लेखनीय प्रदर्शन करने पर।
पांच लाख का इनाम
पुरस्कार के रूप में भीम की एक लघु प्रतिमा, प्रशस्ति पत्र और पांच लाख रुपये नकद दिए जाएंगे विजेताओं को। राजधानी में हरियाणा सूचना केन्द्र में शुक्रवार को लगातार वहां के सूचना अधिकारी से ये पूछने की चेष्टा की कि हरियाणा सरकार ने भीम के नाम पर ही क्यों ये पुरस्कार चालू किए। पर वे उपलब्ध नहीं हुए।
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युद्ध स्थान
हालांकि महाभारत युद्ध तो आज के हरियाणा के कुरुक्षेत्र में हुआ था, इस तरह का विश्वास है। पर अब भी उस स्थान को लेकर विद्वानों में मतभेद हैं कि महाभारत का युद्ध किस स्थान पर लड़ा गया था।