हेल्पर के प्यार में अमेरिका छोड़ आई भारत, इस विदेशी मैम की लव-स्टोरी सबसे अलग
कहा जाता है कि प्यार की कोई सीमा नहीं होती, न ही इसमें कोई बंदिश मायने रखती है। कुछ ऐसा ही कुछ हिमाचल प्रदेश में हुआ है।
शिमला। कहा जाता है कि प्यार की कोई सीमा नहीं होती, न ही इसमें कोई बंदिश मायने रखती है। कुछ ऐसा ही कुछ हिमाचल प्रदेश में हुआ है। जहां एक अमेरिकी महिला को अपना प्यार सात समुंदर पार भारत में मिला। तो वह अपना सब कुछ छोड़ कर भारत की ही होकर रह गई।
अमेरिका के वाशिंगटन की रहने वाली मेरी की कहानी सोशल मीडिया में खासी हिट हो रही है। इस प्रेम कहानी के चर्चे इन दिनों चारों ओर हैं। मेरी को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच यह प्रेम कहानी एक मिसाल बनकर उभरी है। अमेरिकी महिला मेरी टूरिस्ट वीजा पर भारत आई थी। कि वह दिल्ली, धर्मशाला घूमने के बाद चंबा जिला के डलहौजी पहुंची, तो वहां एक स्थानीय युवक से उसकी मुलाकात हो गई। मुलाकात धीरे धीरे प्यार में बदली, तो इस प्रेम कहानी को लेकर खूब चर्चे होने लगे।
मेरी वापस अपने वतन लौटी, तो उसका संबध अपने प्रेमी से बरकरार रहा। आखिकर वो अपने प्यार से ज्यादा दिन दूर नहीं रह पाई और अपना सबकुछ छोड़छाड़ कर भारत वापस आ गई। डल्हौजी में आकर उसने अपना आशियाना अपने प्रेमी के साथ बसाने का मन बना लिया है। दोनों जल्द ही शादी करने वाले हैं।
आज मेरी अपने प्रेमी पृथ्वी सिंह के साथ डलहौजी में हंसी खुशी से रह रही है। मेरी का मानना है कि भारतीय पति रिश्तों के मामले में अधिक विश्वसनीय हैं। यही वजह है कि वह अपनी बची जिंदगी भारत में ही बसर करने का मन बना चुकी है। गौरतलब है कि मेरी के प्रेमी पृथ्वी सिंह डलहौजी के एक होटल में हेल्पर की नौकरी के साथ साथ स्थानीय स्कूल में कराटे सिखाता था। पर आज उसकी तकदीर बदल गई है। पृथ्वी भी अपने प्यार के साथ खुश है। उसका कहना है कि वह मेरी के साथ ही अपनी बाकी बची जिंदगी बिताएगा। मेरी ने अपनी प्रेम कहानी को सोशल मिडिया में शेयर करते हुये अपने प्रेमी पृथ्वी सिंह की तस्वीरों के साथ शेयर की है। मेरी ने बाकायदा अपने शरीर पर अपने प्रेमी के नाम का टैटू बनवाया है। जिसमें पृथ्वी लिखा है।