असली संतान को पाकर रो पड़ीं माएं, हॉस्पिटल में हुई थी नवजातों की अदला-बदली
डीएनए टेस्ट से हुई बच्चों की हेराफेरी की पुष्टि। कोर्ट ने दिया माओं को असली संतानों से मिलाने का फैसला।
शिमला। पांच महीने पहले शिमला हॉस्पिटल में दो माओं ने बच्चों को जन्म दिया और कर्मचारियों की लापरवाही से उनके बच्चों की अदला-बदली हो गई।
अब इस मामले में डीएनए रिपोर्ट से कन्फर्म हो गया है कि बच्चों का फेरबदल हुआ था और कोर्ट ने माओं को उनकी असली संतानों से मिलाने का फैसला दिया है।
कोर्ट ने कहा है कि इस मामले में लापरवाही बरतने के लिए हॉस्पिटल के अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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बेटे और बेटी की हुई थी अदला-बदली
शिमला में शीतल ने बेटे को जन्म दिया था और अंजना को बेटी हुई थी। लेकिन बच्चों की कब हेराफेरी हो गई उनको पता नहीं चला।
शीतल की गोद में जब बेटी दी गई तो उन्होंने इस मामले की शिकायत थाने में की। मामला हाई कोर्ट में पहुंचा और याचिका में शीतल ने बताया था कि डिलीवरी रूम में एक कर्मचारी ने उनको कहा था कि शायद बच्चे की अदला-बदली हो गई है क्योंकि उनको बेटी नहीं, बेटा हुआ था।
हॉस्पिटल अधिकारियों ने पहले किया इनकार
बच्चों की अदला-बदली होने की बात मानने से हॉस्पिटल अधिकारियों ने इनकार कर दिया। उनका कहना था कि दस्तावेज यही बताते हैं कि शीतल के बेटी हुई थी।
शीतल का हुआ डीएनए टेस्ट
इसके बाद कोर्ट ने शीतल के डीएनए टेस्ट के आदेश दिए। पांच महीने तक खिंचे इस मामले में आखिरकार डीएनए टेस्ट से इस बात की पुष्टि हो गई कि शीतल को बेटा हुआ था।
26 तारीख को असली संतानों से मिलेंगी माएं
कोर्ट ने फैसला देते हुए कहा है कि 26 तारीख को शीतल और अंजना एक दूसरे को बच्चा सौंप देंगे। फैसला सुनकर शीतल की आंंखों से खुशी के आंंसू छलक पड़े।
शीतल उस तारीख का बेसब्री से इंतजार कर रही हैं और इस बारे में उन्होंने कहा कि पांच महीने से मैं बेटी को पाल रही हूं। उसको अपने से अलग करना तो मुश्किल है लेकिन बेटे को पाने की मुझे खुशी भी है।
बेटी को पाकर मैं खुश हूं: अंजना
अंजना भी अपनी असली बेटी से मिलेंगी। उन्होंने कहा कि मुझे आठ साल का बेटा है और मैं बेटी चाहती थी। बच्चे से अलग होने का एक मां का दर्द मैं समझती हूं। मुझे खुशी है कि मेरी बेटी मुझे वापस मिल रही है।
असली माओं से मिलेंगे नित्यांश और अनमोल
शीतल ने बेटी का नाम नित्यांश रखा था और अंजना ने बेटे का नाम अनमोल रखा था। अब नित्यांश और अनमोल अपनी असली माओं के पास पहुंच जाएंगे।
शिमला एसपी ने की मामले की तफ्तीश
हाई कोर्ट ने शिमला एसपी डी नेगी को इस मामले की जांच की जिम्मेदारी सौंपी थी। एसपी नेगी ने कहा है कि बच्चों की अदला-बदली के लिए जिम्मेदार हॉस्पिटल अधिकारियों के खिलाफ कानूने के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
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