झारखंड: पुलिस की फायरिंग में 4 ग्रामीणों की मौत, 10 घायल
नई दिल्ली। भारत की सबसे बड़ी विद्युत कंपनी, एनटीपीसी का खनन अभियान स्थगित करने भूमि अधिग्रहण का निपटरा करने और विस्थापित व्यक्ति के लिए रोजगार की मांग कर रहे लोगों पर झारखंड स्थित जिला हजारीबाग के बरकागांव थानान्तर्गत डरही काला गांव में शनिवार (1 अक्टूबर) को स्थानीय पुलिस की गोलाबारी में 4 ग्रामीणों की मौत हो गई।
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इस कार्रवाई में पुलिस सहित 10 से ज्यादा लोगों के घायल होने की भी सूचना है।
घटना के बाद राज्य के मुख्यमंत्री रघुबर दास ने गृह सचिव की अध्यक्षता में तीन सदस्य कमेटी की घोषणा की है। कमेटी इस मामले की जांच करेगी।
तब चलाई गोली
बताया गया कि यह घटना तब हुई जब पुलिस बल धरना स्थल पर पहुंचा और वहां मौजूद प्रदर्शनकारियों ने पथराव शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारी ग्रामीण कांग्रेस विधायक निर्मला देवी के नेतृत्व में प्रदर्शन कर रहे थे।
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इस मामले में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी कि जब प्रदर्शनकारी हिंसक हो गए तब पुलिस ने उन्हें नियंत्रित करने के लिए बल प्रयोग किया। इस दौरान गोलियां भी चलाई गई। इसमें 4 लोगों की मौत हो घई और 10 से ज्यादा लोग घायल हो गए।
फिलहाल राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों और प्रमुख सचिव के साथ 1 हफ्ते की अमेरिका यात्रा पर गए मुख्यमंत्री रघुबर दास ने वहां से संदेश भेजा। अपने संदेश में रघुबर दास ने घटना पर दुख व्यक्त किया।
साथ ही घोषणा की कि गृह सचिव एनएन पांडेय की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय कमेटी इस मामले की जांच करेगी।
ये अधिकारी हैं कमेटी में शामिल
रघुबर दास ने आदेश दिए है कि घटना स्थल का तत्काल दौरा कर रिपोर्ट पेश की जाए।
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रघुबर दास की ओर से घोषित की गई जांच कमेटी में गृह सचिव के साथ साथ मंत्रिमंडल सचिव एसएस मीणा और सीआईडी के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अजय कुमार सिंह भी शामिल हैं।
इस घटना पर कांग्रेस ने मांग की है कि मृतकों के परिजनों को 25 लाख रुपए, नौकरी और घायलों को पांच लाख रुपए देने की घोषणा की जाए।