डॉक्टरों से भाजपा सरकार ने पूछी जाति, मंत्री ने दिए जांच के आदेश
राजस्थान सरकार ने डॉक्टरों से जाति बताने का आदेश जारी किया जिसके बाद बवाल होने पर हेल्थ मिनिस्टर सफाई देने के लिए आगे आए।
जयपुर। राजस्थान में हेल्थ डिपार्टमेंट ने बीकानेर, नागौर, जोधपुर और बाड़मेर जिलों के डॉक्टरों से जाति बताने का आदेश जारी किया जिसके बाद बवाल खड़ा हो गया। अब इस पर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री काली चरण सराफ ने आदेश जारी करने वाले हेल्थ डायरेक्टर के खिलाफ राज्य के प्रिंसिपल सेक्रेटरी से जांच करने को कहा है।
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मीडिया से बात करते हुए सराफ ने कहा, 'मैंने प्रिंसिपल सेक्रेटरी से जांच कर इस गलत आदेश के बारे में रिपोर्ट देने को कहा है। मुझे अभी सही तौर पर जानकारी नहीं कि आदेश में क्या कहा गया है। इसके पीछे की वजहों का पता पहले लगाया जाएगा। मैंने प्रिंसिपल सेक्रेटरी से कहा है कि जांच कर ये पता लगाए कि किसने ये आदेश पारित किया है। '
मंत्री ने कहा कि अगर हेल्थ डायरेक्टर वीके माथुर ने ऐसा आदेश दिया है तो उनके खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा। सराफ ने बवाल को शांत करने के मकसद से यह भी सफाई दी कि सरकार हमेशा अच्छे स्टाफ की नियुक्ति करती है चाहे वो किसी भी जाति का हो।
इससे पहले बुधवार को राजस्थान सरकार ने एक आदेश जारी कर राज्य के चार जिलों में नियुक्ति पाए डॉक्टरों से जाति के साथ अन्य डिटेल्स बताने को कहा था। जब इस पर डॉक्टरों और विरोधी पार्टियों ने बवाल किया तो हेल्थ डिपार्टमेंट के वरिष्ठ अधिकारियों ने इसे क्लर्कियल गलती बताई। फिर इसके बाद हेल्थ मिनिस्टर को इस मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा।
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