राजस्थान सरकार ने सरकारी गेंहू पाने वाले परिवारों के दरवाजे पर लिखवाया 'मैं गरीब हूं'
राजस्थान सरकार ने बीपीएल परिवारों के दरवाजे पर लिखवाया मैं गरीब हूं
दौसा। राजस्थान के दौसा जिले में राज्य सरकार ने बीपीएल कार्ड धारक परिवारों के दरवाजें पर पेंट से 'मैं गरीब परिवार से हूं और राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) के तहत गेहूं लेता हूं.' लिखवा दिया है। घर के बाहर इस तरह गरीब लिखे जाने को ये परिवार अपने साथ एक भद्दा मजाक मान रहे हैं। राज्य के विपक्षी दल कांग्रेस ने इसे भाजपा सरकार की 'बीमार मानसिकता' कहा है।
सरकारी आदेश के मुताबिक बीपीएल कार्ड धारकों के घरों की दीवारों पर परिवार के मुखिया के नाम के साथ उसके गरीब होने और एनएफएसए के तहत गेहूं लेने की बात लिखी गई है। मामले के सामने आने और इस पर भारी आलोचना होने के बाद वसुंधरा सरकार ने सफाई दी है कि कोई अपात्र परिवार गलत तरीके इस स्कीम का फायदा ना उठाए इसलिए ये कदम उठाया गया है।
जिन परिवारों के दरवाजों पर 'मैं गरीब हूं' लिखवाया गया, उनका कहना है कि पेंट करने वाले लोगों के साथ जो सरकारी कर्मचारी आए थे उन्होंने दरवाजें पर ये सब लिखवाने के बदले 750 रुपये दिए जाने की बात कही थी। इन परिवारों का कहना है कि कुछ किलो अनाज के लिए हमें जो शर्मिंदगी झेलनी पड़ रही है, वो बहुत परेशान करने वली है। आपको बता दें कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएसएफए) यूपीए-2 के दौरान शुरू हुआ था। इसके तहत गरीबों को प्रति व्यक्ति 5 किलोग्राम अनाज रियायती दरों पर मुहैया कराया जाता है।