महिला क्लर्क से अफसर ने कहा,गाना सुनाओ, नहीं मानीं तो किया ट्रांसफर
बिलासपुर रेलवे जोन में एक महिला क्लर्क का ट्रांसफर इसलिए कर दिया गया क्योंकि उसने सीनियर अधिकारी के साथ गाने नहीं गाया। सीनियर अफसरों ने इसे अनुशासनहीनता माना।
रायपुर। अधिकारी अपने जनियर लोगों से क्या-क्या काम कराते हैं और इंकार कर देने पर किस तरह से बदला लेते हैं। इसका एक नमूना छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में देखने को मिला है। बिलासपुर रेलवे जोन में एक महिला क्लर्क का ट्रांसफर इसलिए कर दिया गया क्योंकि उसने सीनियर अधिकारी के साथ गाना नहीं गाया।
बिलासपुर रेलवे जोन के जीएम सतेंद्र कुमार के रियाटर होने पर उनके लिए विदाई पार्टी का इंतजाम विभाग की ओर से किया गया था। पार्टी में विभाग की एक महिला क्लर्क को गीत गाने का जिम्मा सौंपा गया। महिला ने स्टेज पर आकर एक-दो गाना गाया भी लेकिन इसके बाद और ज्यादा गाने से इंकार कर दिया। जब महिला ने गाना नहीं गाया तो सीनियर अफसरों को ये अनुशासनहीनता लगी और महिला क्लर्क का तबादला कर दिया गया। साथ ही महिला से उसके अनुशासनहीनता का वजह भी पूछी गई। सीनियर अफसरों ने कहा कि महिला कर्मचारी को सांस्कृतिक कोटा के तहत नियुक्त किया गया था। ऐसे में उन्हें निर्देशों की अवहेलना नहीं करनी चाहिए थी।
ये मामला 16 जनवरी का है। बिलासपुर जोन का ये मामला जब रायपुर के आला अफसरों के सामने आया तो उन्होंने जांच के आदेश दिए। केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने भी मामले पर संज्ञान लिया है। रेलवे कर्मचारी संघों ने राष्ट्रीय महिला आयोग के सामने भी इस मुद्दे को ले जाने की बात कही है। आला अफसरों ने महिला का ट्रांसफर जांच पूरी होने तक रद्द कर दिया है।
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