सरकार विरोधी फेसबुक पोस्ट लिखने पर डिप्टी जेलर निलंबित
वर्षा डोंगरे ने फेसबुक पोस्ट में आदिवासियों के गांव जलाने, महिलाओं के साथ कथित बलात्कार जैसे मुद्दों को उठाया था।
रायपुर। छत्तीसगढ़ के सुकमा में हालिया नक्सली हमले के बाद एक फेसबुक पोस्ट लिखने को अनुशासनहीनता मानते हुए रायपुर सेंट्रल जेल की डिप्टी जेलर वर्षा डोंगरे को निलंबित कर दिया गया है। पोस्ट के वायरल होने के बाद उच्च-अधिकारियों ने इसकी जांच की बात कही थी, जिसके बाद ये कदम उठाया गया।
वर्षा डोंगरे ने इस पोस्ट को विवाद के बाद हटा लिया था। वर्षा ने सुकमा हमले के बाद फेसबुक पर लिखा था कि ऐसी घटनाओं में दोनों तरफ से मरने वाले अपने ही देशवासी हैं, भारतीय हैं. इसलिए किसी की भी मौत तकलीफ देती है. वर्षा डोंगरे ने आदिवासियों के गांव जलाने, महिलाओं के साथ कथित बलात्कार जैसे मुद्दों को उठाया था।
वर्षा
डोंगरे
ने
अपने
अनुभव
से
बताया
था
कि
मैंने
स्वयं
बस्तर
में
14
से
16
वर्ष
की
आदिवासी
बच्चियों
को
देखा
था,
जिनको
थाने
में
महिला
पुलिस
को
बाहर
करने
के
बाद
नंगा
करके
प्रताड़ित
किया
गया
था.
उनके
दोनों
हाथों
की
कलाइयों
और
स्तनों
पर
करंट
लगाया
गया
था।
वर्षा
की
इस
पोस्ट
को
अनुशासनहीनता
मानेत
हुए
उन्हें
निलंबित
किया
गया
है।
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