फेरे के वक्त लड़खड़ाए दुल्हे के पैर, दुल्हन ने किया शराबी संग ससुराल जाने से इंकार
रायपुर। छत्तीसगढ़ का गरियाबंद इलाका यूं तो आदिवासी बहुल इलाका है। देश और दुनिया से बहुत अधिक संपर्क नहीं है इस इलाके है, लेकिन इस इलाके में एक दुल्हन ने जो कारनामा कर दिखाया है उसके बाद इस इलाके की पहचान देश और दुनिया में हो रही है।
दरअसल शादी के वक्त एक दुल्हन ने हिम्मत दिखाई और मंडप में चार फेरे लेने के बाद पांचवां फेरा लेने से इसलिए इनकार कर दिया, क्योंकि दूल्हा नशे में धुत्त था। लड़की ने शादी से इंकार कर दिया और मंडप छोड़कर चली गई।
घटना देवभोग से आठ किलोमीटर दूर लाटापारा गांव की है। जहां उर्मिला सोनवानी की शादी भरूवामुड़ा गांव के बृजलाल से हो रही थी। लड़का बारात लेकर आया, लेकिन बारात में ज्यादातर बराती नशे में थे।
दूल्हा बृजलाल भी नशे में धुत था। वो ठीक से खड़ा तक नहीं हो पा रहा था। फेरे की रस्म के लिए जब वो उठा तो लड़खड़ाने लगा। दो बारातियों ने दूल्हे को पकड़कर किसी तरह चार फेरे तो करवा लिए, लेकिन लड़की ने पांचवा फेरे लेने से इंकार कर दिया। लड़की ने शादी से इंकार कर दिया और मंडप छोड़कर चली गई।
बदनामी के डर से खामोश पिता ने भी दूल्हे और उसके पिता की हालत देख अंत में बेटी का साथ दिया। बारात को खाली हाथ लौटना पड़ा, लेकिन लड़के वाले दुल्हन को ले जाने की जिद करते रहे। जब मामला पंचायत में पहुंचा तो पंचायत ने दुल्हन उर्मिला के फैसले को जायज ठहराते हुए शादी तोड़ने पर रजामंदी जता दी।