बिहार में दलितों को पटाने, इफ्तार की दावतें उड़ाने का मौसम
नई दिल्ली (विवेक शुक्ला) कांग्रेस के नेता राहुल गांधी सोमवार की शाम को राजधानी में बाबू जगजीवन राम स्मारक पहुंचे। 6, कृष्ण मेनन मार्ग स्थित स्मारक में करीब 45 मिनट ठहरे भी। इससे पहले वे यहां पर कभी आएं हो किसी को याद नहीं।
कहने वाले कह रहे हैं कि वे बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए बाबू जगजीवन राम स्मारक पहुंचे। उनके वहां जाने से बिहार के दलितों में कांग्रेस को लेकर बेहतर मैसेज जाएगा। वे फिर से कांग्रेस के पक्ष में जाने लगेंगे।
बाबू जगजीवन राम ने 1977 में कांग्रेस को छोड़ दिया था। राहुल गांधी बिहार का जल्दी दौरा भी करेंगे। उधर, बिहार में भाजपा भी दलितों को अपने पक्ष में करने के लिए जीतन राम माझी को रिझाने की कोशिश कर रही है।
सब एक्टिव
बिहार चुनाव में मुसलमानों से लेकर दलितों को रिझाने का खेल चालू हो गया है। दरअसल राहुल गांधी से लेकर भाजपा और लालू तथा नीतीश कुमार इस काम में एक्टिव हो गए हैं।
बिहार चुनाव: इंटरनल सर्वे में भाजपा की हालत खराब, शाह की नींद उड़ी
इफ्तार का आयोजन
लालू यादव तरफ से अपने पटना के आवास में इफ्तार का आयोजन किया जा रहा है आगामी शुक्रवार को। उधर, नीतीश कुमार जुमा अलविदा वाले दिन अपने आवास में इफ्तार का आयोजन करेंगे।
पटना के वरिष्ठ पत्रकार कृपा शंकर ने कहा कि इन दोनों नेताओं को उम्मीद है कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में मुसलमानों वोट उनके पक्ष में ही गिरेंगे। पहले ये होता भी रहा है। पर, अब हालात बदल गए हैं।
पीछे नहीं भाजपा
मुसलमानों को लेकर भाजपा भी हरचंद कोशिश कर रही है कि इस बार इनके कुछ वोट उसके पक्ष में चले जाएं। बिहार भाजपा के शिखर नेता सुशील मोदी कई इफ्तार पार्टियों में शिरकत कर रहे हैं। उनमें बड़ी तादाद में मुसलमान पहुंच रहे हैं।
विकास के नाम पर
बिहार भाजपा के नेता और राज्यसभा सांसद आर.के. सिन्हा कहते हैं कि बिहार का मुसलमान बदल रहा है। अब वह विकास के नाम पर वोट देगा। वह मोदी के नाम पर वोट देगा। उसने लालू- नीतीश से किनारा कर लिया है।