''हमें अपनों ने था लूटा गैरों में कहां दम था'' क्यों नीतीश बाबू ?
पटना। (हिमांशु तिवारी आत्मीय )अब कहिए सही पकड़े हैं। हो सकता है कि ये आपके लिए संभव न हो पाए। लेकिन हालात कुछ ऐसे ही बनते नजर आ रहे हैं। दरअसल नीतीश-लालू गठबंधन या कहिए RJD-JDU गठबंधन पर खतरे की घंटी बजने लगी है। हालांकि इस बीच सियासी दलों ने कयास लगाना शुरू कर दिया है कि हो सकता है बिहार में गठबंधन से चल रही सरकार जल्द ही औंधे मुंह गिर जाए। लेकिन क्या, क्यों होगा इन सवालों के जवाबों को जानना भी बेहद जरूरी है। पेश है ये रिपोर्ट- बिहार: 'जगह मिलने पर पास दिया जाएगा कृपया गोली ना मारे'
RJD के निशाने पर नीतीश !
बिहार में बढ़ती आपराधिक घटनाओं को लेकर जहां एक ओर सरकार पर लगातार सियासी दलों एवं जनता द्वारा नीति, नियत पर सवाल उठाए जा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर राजद सांसद तस्लीमुद्दीन ने बिहार में बढ़ते अपराध के लिए नीतीश कुमार को जिम्मेवार ठहराया है। सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि नीतीश से कानून व्यवस्था संभल नहीं रही है। बिहार: लालू और नीतीश, कौन किस पर भारी?
उन्हें अपनी विफलता को समझकर इस्तीफा दे देना चाहिए। अगर नीतीश कुमार कानून व्यवस्था की इस विफलता को ठीक नहीं करते तो इसका मतलब सीधा निकलता है कि वे इससे खुश हैं। राजद सांसद ने ये भी कहा कि नीतीश से बिहार संभल नहीं रहा, और वे दूसरे राज्यों में घूम रहे हैं। नीतीश के इस फैसले से अब ना तो भाभी बदनाम होंगी और ना बीमार
स्थानीय लोगों ने क्या कहा ?
आरजेडी सांसद के इस बयान को लेकर जब हमने बिहार की जनता से बातचीत की तो लोगों ने कहा कि निश्चित तौर पर नीतीश कुमार को बिहार में ही पूर्णतया फोकस करना चाहिए। लगातार अपराध बढ़ते जा रहे हैं लेकिन इस पर सरकार की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। वहीं कुछ लोगों ने चुटकी लेते हुए राजद सांसद क्या बयान पर कहा कि सांसद जी भूल गए हैं कि वे विपक्ष की आलोचना नहीं बल्कि खुद अपनी ही सरकार पर उंगलियां उठा रहे हैं।
सरकार की स्टीयरिंग संभालने वाले जिम्मेदार
पूर्व केंद्रीय मंत्री और राजद के सीनियर नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि हमलोग पिछली सीट पर बैठे हैं। असल में तो स्टीयरिंग संभलाने वाले लोग जिम्मेदार हैं। लॉ एंड ऑर्डर की समस्या है और इसे कड़ाई से लागू किया जाना चाहिए।
रिश्तों में आ गई खटास
जेडीयू नेता संजय सिंह ने आरजेडी से मांग की है कि तस्लीमुद्दीन और रघुवंश सिंह को तत्काल प्रभाव से पार्टी से निकाल दिया जाए। संजय सिंह ने कहा कि अब पानी सिर के ऊपर जा रहा है। लालू यादव इन दोनों नेताओं पर कार्रवाई करें, नहीं तो जेडीयू और आरजेडी के बीच दरार गहराती जाएगी। राजद और जनता दल के बीच चल रही खींचतान से गठबंधन की उम्र का आंकलन किया जाने लगा है।
मौजूदा परिस्थितियों को देखकर बिहार में सारी व्यवस्थाएं हाशिए पर नजर आ रही हैं। बहरहाल बिहार में सियासत किस ओर भी करवट ले। लेकिन सबसे पहले लॉ एंड ऑर्डर को मेनटेन करना बेहद जरूरी है। क्योंकि जनता की सरकार से अपेक्षाएं भी यही हैं।