नोटबंदी: बिहार में बिना बैंक खातों के ही लोगों के पास पहुंच गए ATM कार्ड
सभी कार्ड पंजाब नेशनल बैंक के सिजहौरी शाखा से जारी किए गए थे। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इसमें कहीं माओवादियों का हाथ तो नहीं क्योंकि नोटबंदी के बाद से माओवादियों को कैश की किल्लत है।
पटना। बिहार के नक्सल प्रभावित जिले जमुई में सैकड़ों गांव वालों को उनके घर पर एटीएम कार्ड पहुंचाया गया है जबकि उन गांव वालों के बैंक अकाउंट तक नहीं हैं। पुलिस ने अब इस पूरे मामले की जांच के लिए स्पेशल टीम (SIT) गठित की है। जानकारी के मुताबिक सिंकदरा पुलिस स्टेशन के अंतर्गत अछंभऊ गांव में रहने वाले करीब 100 से ज्यादा लोगों को पोस्ट के माध्यम से एटीएम कार्ड मिला। जन धन खातों के जरिए काला धन सफेद कराने की फिराक में नक्सली
सभी कार्ड पंजाब नेशनल बैंक के सिजहौरी शाखा से जारी किए गए थे। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इसमें कहीं माओवादियों का हाथ तो नहीं क्योंकि नोटबंदी के बाद से माओवादियों को कैश की किल्लत हो गई है। जुमई के एसपी जयंत कांत का कहना है कि जांच के लिए स्पेशल टीम बनाई गई है और दोषियों पर फौरन कार्रवाई की जाएगी। जयंत कुमार से इस मामले में माओवादी कनेक्शन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जांच के बाद ही तस्वीर साफ हो सकेगी।
उन्होंने बताया कि पंजाब नेशनल बैंक का सिजहौरी शाखा भी शक के घेरे में है। आपको बता दें कि नक्सलियों ने अपने काले धन को सफेद करने के लिए जन-धन योजना के तहत खोले गए बैंक खातों को टारगेट किया है। जानकारी के मुताबिक नक्सली संगठन ग्रामीण क्षेत्र के उन लोगों को मोहरा बनाने वाले हैं जिनका जन धन योजना के तहत बैंकों में खाता खुला है।