बेटे को भूख से तड़पता देख मजबूर हुई मां की ममता, सड़क किनारे बच्चे को छोड़ा
मुजफ्फरपुर (मुकुन्द सिंह)। मां और ममता में एक गहरा संबंध होता है। कभी भी अपने आप से मां अपने बच्चों को अलग नहीं कहती। वो खुद भूखी सो सकती है लेकिन बच्चो का पेट भरती है। वहीं कई बार ऐसा भी देखा जाता है कि मां अपने बच्चों के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हो जाती है। लेकिन एक कलियुगी मां की ममता उस वक्त कलंकित हो गई जब उसने अपने बच्चे को सड़क के किनारे भूख से तड़पता छोड़ दिया और खुद वहां से फरार हो गई। दामाद को दिल दे बैठी मां, मंदिर में शादी कर बन गई बेटी की सौतन
सवाल उठता है कि आखिर क्या मजबूरी रही होगी उस मां के पास जिसने 9 महीने अपने कोख में पालने के बाद बच्चे को रोड पर तड़पता छोड़ दिया। तो आपको बताते चलें कि यह मामला बिहार के मुजफ्फरपुर जिले का है। मुजफ्फरपुर समस्तीपुर एनएच 28 के पास स्थित मदरसा चौक के पास एक मां को अपने 2 वर्षीय बच्चे को भूख से रोते बिलखते सड़क पर छोड़ कर भागते देखा गया। बच्चे की मां को भागते देख आस पड़ोस के लोगों ने शोर मचा दिया जिसके बाद महिलाओं को लोगों ने पकड़ लिया।
इस बात की सूचना जब पुलिस को मिली तो मौके पर पहुंची मनियारी थाने की पुलिस ने बच्चा छोड़कर भागने वाली मां से पूछताछ किया तो उसने एक दर्दनाक कहानी सुनाई। वैशाली के पातेपुर के विलासपुर गांव निवासी बच्चे की मां पानो देवी ने कहा कि कुछ दिन पहले मेरे पति द्वारा मारपीट कर मुझे घर से निकाल दिया गया था। फिर भी जब मैं वापस घर पहुंची तो मेरे पति द्वारा बुरी तरह मारपीट करते हुए मुझे घर से निकाल दिया गया और कहा गया कि अब अगर वापस आई तो तुम्हें जान से मार दूंगा।
जिसके बाद मैं अपने बच्चे के साथ घर से निकल गई। आने जाने के दौरान मेरे पास जो पैसे थे वह खत्म हो गए। बच्चा भूख से तड़प रहा था जो मुझसे देखा नहीं गया। इसलिए मैंने उसे रास्ते पर छोड़ दिया कि कोई इसे आकर ले जाएं और खाना खिलाएं। क्योंकि इसके रोने की आवाज मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रही थी। यह कहते हुए बच्चे की मां अचानक बेहोश हो कर गिर गई। जिसे इलाज के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र भर्ती कराया गया है।