उफनाई कोसी ने तबाही की होर बढ़ाया कदम, बिहार में अलर्ट
पटना (मुकुन्द सिंह)। अगले 24 घंटे में बिहार में बाढ़ का कहर बरसेगा मौसम विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए कहा कि पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, गोपालगंज, सारण, सिवान, मधेपुरा, सहरसा, सुपौल, पूर्णिया, कटिहार, अररिया और किशनगढ़ में भारी बारिश होगी। आपदा प्रबंधन विभाग ने इन जिलों के डीएम को सतर्क रहने व निचले इलाके से लोगों को सुरक्षित स्थलों पर पहुंचाने को कहा है। यानी कोसी नदी एक बार फिर अपना कहर बरपाने को कदम बढ़ा चुकी है।
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कोसी ही नहीं बल्कि गंडक, बूढ़ी गंडक, महानंदा, आदि नदियों में अप्रत्याशित रूप के जल स्तर बढ़ने लगा है। बाढ़ से पूरी तरह प्रभावित जिले खासकर पूर्णिया समेत अन्य जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की अतिरिक्त टुकड़ी भेजी गई है।
उफनाई कोसी ने तबाही की होर बढ़ाया कदम, बिहार में अलर्ट
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ का कहर देखते हुए किशनगंज, पूर्णिया, आररिया और कटिहार का हवाई सर्वेक्षण कर बाढ़ का जायजा लिया। बाद में पूर्णिया में इन जिलों के जिला अधिकारियों के साथ बाढ़ पीड़ितों के बीच चलाए जा रहे राहत व पुनर्वास कार्य की समीक्षा की। समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि बाढ़ की स्थिति भयावह है। पीड़ितों को हर हाल में राहत मिलनी चाहिए। तटबंधो पर कड़ी चौकसी रखने की जरूरत है। उनके साथ मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, आपदा प्रबंधक सचिव व्यास जी समेत कई अधिकारी थे।
जल संसाधन विभाग के अनुसार कटिहार जिले की कदवा प्रखंड के कचौड़ा ग्राम के नजदीक गुरुवार की शाम अज्ञात लोगों ने बेलगाछी -झौझा महानंदा के दाएं तटबंध को काट दिया। कटाव स्थल पर विभाग के इंजीनियर चौकसी बरतते हुए संघर्षत्मक कार्य कर रहे हैं।
कोसी नदी बसुआ अौर बलतारा में खतरे के निशान से 2 मीटर ऊपर बह रही है। इसके जलस्तर में और वृद्धि होने की संभावना है। बाल्मीकिनगर बराज से गंडक नदी में साढे़ 3 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इसके चलते तिरहुत नहर पर पानी का दवाब गया है। गोपालगंज, सारण, सिवान और वैशाली जिले के निचले इलाकों में भी पानी भर गया है।
आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार नेपाल के तराई इलाकों में हो रही बारिश से राज्य के 10 जिले पूर्णीया, किशनगंज, अररिया, दरभंगा, मधेपुरा भागलपुर, कटिहार, सहरसा, सुपौल एवं गोपालगंज में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। अब तक 22 लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपए की दर से अनुग्रह अनुदान राशि देने का निर्देश दिया गया है।
बाढ़ से 50 प्रखंड की 18 लाख आबादी प्रभावित है। वहीं 1 लाख हेक्टेयर में लगी 2 करोड़ रुपए की फसल नष्ट होने की सूचना है। लगभग 43लाख रुपए मूल्य की गृह क्षति हुई है। सार्वजनिक संपत्ति की क्षति का आकलन किया जा रहा है।
बाढ़ से पूरी तरह प्रभावित पूर्णिया में दरभंगा से एनडीआरएफ की एक और बिहटा से एसडीआरएफ की एक अतिरिक्त टीम भेजी गई है। खगरिया और मुजफ्फरपुर से 25-25 नौकायें भेजी गई हैं। वहीं किशनगंज गोपालगंज और मोतिहारी मे एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की अतिरिक्त टुकड़ी भेजी गई हैं। पटना, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, मधुबनी एवं शिवहर से 20 हजार पॉलिथीन शीट्स पूर्णीया भेजी गई हैं।