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हर पल 'मौत के खौफ' में जी रहे बिहार के डॉक्‍टर्स, पलायन की तैयारी

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पटना (मुकुन्द सिंह)। अपराधियों के खौफ के साए में जीने को मजबूर बिहार के डॉक्टरों की हालत ने यह साबित कर दिया कि बिहार में फिर से लालूराज की वापसी हो रही है। आपको बताते चलें कि बिहार के डॉक्टरों पर जारी अपराधियों का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है।

बिहार का बदनाम शहर जहां ग्राहकों के इंतजार में खड़ी रहती हैं सेक्स वकर्स

Crime against doctors on the rise in Bihar

1 महीने के भीतर दर्जनों डॉक्टरों से बेखौफ अपराधी रंगदारी, अपहरण और लूट की घटना को अंजाम दें चुके हैं। बिहार के डॉक्टरों को फिर से सुशासन की सरकार में लालू का जंगलराज की वापसी का डर सता रहा है। जिसे देखते हुए सूबे के डॉक्टर अब बिहार छोड़ने का मन बना रहे हैं। बिहार में फिर से शुरु हुआ अपहरण और फिरौती का बिजनेस

पिछले तीन दशक में बिहार से 49 डॉक्टरों का अपहरण

एक रिपोर्ट की मानें तो पिछले तीन दशक में बिहार से 49 डॉक्टरों का अपहरण हुआ है तो एक दशक में 10 डॉक्टर की हत्या भी हो चुकी है। वहीं अगर बात करें इस साल की तो अब तक 17 डॉक्टर ऐसे हैं जिनके साथ लूट, अपहरण और रंगदारी की घटना सामने आई है। जिसे देखते हुए बिहार में एक बार फिर "लालूराज" यानी कि 90 की दशक का इतिहास देखने को मिल रहा है।

150 डॉक्टरों ने मांगी राज्य सरकार से शस्त्र लाइसेंस

सूबे मे जब से महा गठबंधन की सरकार सत्ता की बागडोर संभाली है तबसे अपराधिक घटनाओं में लगातार बढ़ोतरी होती जा रही है। हाल के दिनों में जिस तरह अपराधियों द्वारा सूबे के डॉक्टरों पर कहर बरपाया गया है उसे देखते हुए बिहार के लगभग 150 डॉक्टरों ने राज्य सरकार से अपनी जान पर खतरा बताते हुए शस्त्र लाइसेंस देने की मांग की है।

जिसमें सबसे अधिक मधेपुरा सुपौल और सहरसा के डॉक्टर शामिल हैं। डॉक्टरों के साथ बढ़ती अपराधिक घटनाओं को देखते हुए आईएमए ने ही उन्हें शस्त्र लाइसेंस देने का आग्रह किया है। जिसमें अररिया खगड़िया पटना कटिहार सिवान गोपालगंज मोतिहारी मुजफ्फरपुर और गया जिले के लगभग डेढ़ सौ डॉक्टरों ने अपनी जान पर खतरा बताते हुए राज्य सरकार से हथियार लाइसेंस देने की मांग की है।

डॉक्टरों के साथ हाल-फिलहाल (2016) में घटी कुछ चर्चित घटनाएं

  • 19 जनवरी को राजधानी पटना के आलमगंज थाना क्षेत्र के बरघाट निवासी डॉक्टर राज किशोर प्रसाद और उनकी पत्नी डॉक्टर हेमा रानी को पत्र भेजते हुए अपराधियों ने 5 लाख रूपए की रंगदारी की मांग की थी। जिसके बाद उन्होंने आलमगंज थाने में जाकर रंगदारी मांगने का मामला दर्ज कराया था।
  • 8 फरवरीको सहरसा जिले के कोसी क्षेत्र के प्रसिद्ध हृदय रोग स्पेशलिस्ट डॉक्टर इंद्रदेव सिंह से अपराधियों ने एक करोड़ रूपए की रंगदारी मांगी थी। साथ ही रंगदारी नहीं देने पर अंजाम भुगतने की भी धमकी दिया था।
  • 8 मार्च को सहरसा के ही एक और चर्चित डॉक्टर न्यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर गौरव से अपराधियों द्वारा 20 लाख रुपए की रंगदारी की मांग की गई थी। साथ ही अपराधियों द्वारा यह भी कहा गया कि रंगदारी का रकम खाता में जमा करवा दें, नहीं तो अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहें।
  • 5 अप्रैलल को गया के एक चर्चित डॉक्टर अभय सिंबा से बदमाशों के द्वारा 10 लाख रूपए की रंगदारी मोबाइल पर मांगी गई थी। साथ ही पैसा नहीं देने पर जान से मारने की धमकी भी दी गई थी।
  • 22 मई को राजधानी पटना के एक चर्चित डॉक्टर अजीत कुमार सिंह को एक लिफाफे में अपराधियों द्वारा कारतूस भेजकर 50 लाख रुपए रंगदारी मांगी गई थी।
  • 24 मई को पटना जिले के दुलहीन बाजार थाना क्षेत्र मैं एक चर्चित डॉक्टर प्रवीण कुमार झा पर गोलीबारी करते हुए अपहरण करने की कोशिश की गई थी। जिसमें उनका कंपाउंडर बुरी तरह जख्मी हो गया था।
  • 26 मई को पटना में एक प्रतिष्ठित बाल रोग विशेषज्ञ हेमंत कुमार से अपराधियों द्वारा एक करोड रूपए की रंगदारी की मांग की गई थी।
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English summary
Crime against doctors on the rise in Bihar.
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