बिहार में फिर से शुरु हुआ अपहरण और फिरौती का बिजनेस
पटना। बिहार में एक बार फिर से अपहरण के बिजनेस की वापसी हुई है जो पुलिस के लिए नयी चुनौती बन गयी है। अपहरण गैंग की वापसी की बड़ी वजह है कि अपहरण के तमाम आरोपियों को जेल से बाहर आने का मौका मिल गया है जिसने अपहरण की वारदात में काफी इजाफा किया है।
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हाल ही में सुरेश केडिया का अपहरण किया गया था जो कि नेपाल के उद्योगपति है। केडिया के अपहरण ने साफ कर दिया है कि अपहरण गैंग की बिहार में वापसी हो गयी है। बिहार में लंबे समय से अपहरण की घटनाओं पर लगा लग गयी थी। पुलिस का कहना है कि अपहऱण की वारदातों के बढ़ने की वजह है आरोपियों का जेल से बाहर आना।
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कुछ साल पहले बिहार में बड़े अभियान के तहत अपहरण के बिजनेस से जुड़े तमाम आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था और उन्हें जेल के पीछे भेज दिया गया था। पुलिस ने सुरेश साहनी, पप्पू देव जैसे बड़े आरोपियो को जेल के पीछे भेजने में सफलता हासिल की थी।
लेकिन जिस तरह से एक बार फिर से इन लोगों की जेल से वापसी हुई है उसने अपहरण की घटनाओं में इजाफा किया है। इन आरोपियों ने जेल से आने के बाद अपने धंधे को फिर से बढ़ाना शुरु कर दिया है। केडिया के अपहरण के लिए मांगी गयी फिरौती ने इस गैंग के सक्रिय होने के संकेत दिये हैं।
जांच में पाया गया कि केडिया को अपहरण करने के पीछे प्रोफेशनल गैंग का हाथ है। केडिया को पूर्वी चंपारन के कोटवा से रिकवर किया गया था। अपहरण गैंग ने केडिया का बारा से अपहरण किया गया था जहां वह नेपाल से पूजा के लिए आये थे।
पुलिस को शक है कि इस अपहऱण के पीछ कुख्ता बबलू का हाथ हो सकता है। बब्लू के खिलाफ 36 अपहरण व हत्या के केस हैं। हालांकि वह अभी जेल में है लेकिन उसका गैंग अभी भी काम कर रहा है। बबलू के चार साथी जिन्हें हाल ही में गिरफ्तार किया गया था उन्हें हाल ही में छोड़ दिया गया था।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने वनइंडिया को बताया कि गैंग के फिर से सक्रिय होने के बाद सामान्य अलर्ट जारी कर दिया गया है। कई ऐसे गैंग हैं जो अपहरण के धंधे में हैं लेकिन बबलू द्वारा चलाया जा रहा गैंग सबसे अहम है, ये लोग व्यापारियों का अपहरण करते हैं और उनसे फिरौती मांगते हैं।
दिल्ली के एक खुफिया अधिकारी का कहना है कि अपहरण की घटना निश्चिर रूप से बढ़ी हैं। बिहार पुलिस के सामने इसका सामना करना बड़ी चुनौती है। यह गैंग ना सिर्फ बिहार बल्कि अन्य पड़ोसी राज्यों से भी काम करते हैं।