बिहार में आग की भयावह तस्वीरें, अब तक 73 की मौत
पटना। पिछले 1 माह आग का तांडव पूरे बिहार में देखने को मिल रहा है। गया, छपरा, औरंगाबाद ,बेगूसराय, वैशाली और पश्चिमी चंपारण में जान माल और खेतों में लगी रवि दलहन और सब्जी की फसल जलकर राख हो गई। आग की घटना में 73 लोग तथा 236 मवेशी की जलकर मौत हो गई है।
वहीं बिहार में कुल मिलाकर 16 हजार घर राख हो चुके हैं। अधिकारिक तौर पर 15,101 घरों के जलने के जलने की पुष्टि आपदा प्रबंधक विभाग ने की है। इस बीच पीड़ित परिवारों को राहत पहुंचाने में हो रहे प्रतिक्रियात्मक विलंब को कम करने के लिए आरटीजीएस के जगह पर नगद राशि भुगतान करने का आदेश सभी जिलाधिकारियों को दे दिये गये हैं।
बिहार में आग की भयावह तस्वीरें, अब तक 73 की मौत
आपदा प्रबंधन विभाग से जारी आंकड़ों के अनुसार आग की घटनाओं में सबसे ज्यादा मानव क्षति औरंगाबाद, मुजफ्फरपुर, छपरा, वैशाली पश्चिमी चंपारण और लखीसराय में हुई है। सबसे ज्यादा 2532 घर छपरा में तथा 1686 घर पटना में जले हैं।
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इसके बाद दरभंगा, पटना, वैशाली और पश्चिमी चंपारण में घर चले हैं। वैशाली, नालंदा, मधुबनी, बक्सर और दरभंगा में पशुओं के जलने से मौत हुई।वही फसल छति की बात करें तो सबसे ज्यादा बेगूसराय, वैशाली, छपरा, पटना, दरभंगा, सिवान और गोपालगंज में हुई है।
गया में गेहूं, मसूर चना, तीसी सिसो, छपरा में गेहूं, मक्का, सरसों सिवान में गेहूं अरहर, गोपालगंज में गेहूं गन्ना की फसल जलकर राख हो गई है। शेष अन्य जिलों में गेहूं की फसल जलकर राख़ हुई है। पूरे राज्य में कुल 11,595 हेक्टेयर में लगी फसल जलकर राख़ हुई है। अग्नि पीड़ितों के बीच 16.87 करोड़ रुपए अनुग्रह अनुदान के रूप में बांटी गई है। तथा संबंधित जिलों के जिला अधिकारियों ने सरकार से तत्काल 12.53 करोड रुपए लागत उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है।