'लोकतांत्रिक' देश पाकिस्तान में फिर होगा तख्तापलट!
इस्लामाबाद।
ज्यादा
देर
नहीं
हुई
जब
पाकिस्तान
के
विदेश
मंत्रालय
की
प्रवक्ता
तसनीम
असलम
ने
भारत
को
जवाब
देते
हुए
पाक
को
एक
'लोकतांत्रित
और
संप्रभु'
देश
करार
दिया
था।
अब
यही
लोकतांत्रिक
देश
पाकिस्तान
एक
बार
फिर
से
तख्तापलट
की
ओर
बढ़
रहा
है।
पाक की अहम राजनीतिक पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ के मुखिया इमरान खान और धर्म गुरु ताहिर-उल-कादिरी के नेतृत्व में हजारों समर्थक इस्लामाबाद की संसद के बाहर इकट्ठा हैं।
इमरान खान ने चेतावनी दे दी है कि अगर आज शाम तक पाक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अपना इस्तीफा नहीं दिया तो फिर यह सभी लोग संसद के अंदर दाखिल हो जाएंगे। इमरान की इस धमकी के बाद अब वहां पर एक और तख्तापलट की संभावनाएं बढ़ती जा रही हैं।
पाकिस्तान में आखिरी बार वर्ष 1999 में तख्तापलट हुआ था जब परवेज मुर्शरफ सेना प्रमुख थे और नवाज शरीफ ही देश के प्रधानमंत्री थे।
जिस तरह से मंगलवार से पाक इस्लामाबाद में लोगों की भीड़ जुट रही है उसके बाद से वहां पर इस बात के कयास लगाए जाने लगे हैं कि यहां पर भी हालात उसी तरह से हो सकते हैं जिस तरह से तीन वर्ष पहले इजिप्ट में इस तरह के विरोध प्रदर्शन के बाद वहां के राष्ट्रपति होस्नी मुबारक को अपनी सत्ता छोड़नी पड़ी थी, उसी तरह से नवाज शरीफ को भी अपनी कुर्सी छोड़नी पड़ सकती है।