चीन और पाक की ज्वाइंट एक्सरसाइज से क्यों परेशान है भारत
इस्लामाबाद। पाकिस्तान और चीन के बीच एक ज्वाइंट एक्सरसाइज शुरू हुई है। दोनों देशों की एयरफोर्स इस एक्सरसाइज का हिस्सा हैं। लेकिन इस एक्सरसाइज से भारत की चिंताएं और परेशानियां और बढ़ गई हैं।
यह ज्वाइंट एक्सरसाइज ऐसे समय पर आई है जब चीन ने यूनाइटेड नेशंस में जैश-ए-मोहम्मद के कमांडर और पठानकोट आतंकी हमले के साजिशकर्ता मौलाना मसूद अजहर को आतंकी घोषित करने वाले प्रस्ताव को रोक दिया है।
यह एक्सरसाइज बताती है कि भारत चाहे जितनी भी कोशिशें करें पाकिस्तान के लिए चीन के नरम रुख में कभी बदलाव नहीं आ सकता है। दोनों देशों के बीच यह एक्सरसाइज शनिवार से शुरू हुई है।
मसूद अजहर के मुद्दे पर भारत ने चीन को लताड़ा
चीन के रक्षा मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि इस ज्वाइंट एक्सरसाइज से दोनों देशों की सैन्य ताकत मजबूत होगी। साथ ही चीन ने दोनों देशों को एक दूसरे का सदाबहार साथी भी बताया है।
शाहीन-5
नाम
से
शुरू
हुई
इस
वॉर
एक्सरसाइज
की
आधिकारिक
जानकारी
चीन
के
रक्षा
मंत्रालय
की
ओर
से
दी
गई
है।
चीन
की
ओर
से
कहा
गया
है
कि
चीन
कीएयरफोर्स
सभी
देशों
के
साथ
सहयोग
और
बातचीत
को
विस्तार
देने
की
आशा
रखती
है।
यह
एक्सरसाइज
30
अप्रैल
तक
चलेगी।
जैश कमांडर मसूद का हमदर्द चीन
चीन इन दिनों पाकिस्तान-अफगानिस्तान बॉर्डर के अशांत इलाकों से जुड़े झिनजियांग प्रांत में रहने वाले कुछ आतंकी संगठनों से परेशान है। वहीं इन इलाकों को तालिबान और अल कायदा जैसे संगठनों का सुरक्षित गढ़ माना जाता है जिसको लेकर पाकिस्तान चिंता में है।
साथ ही इस एक्सरसाइज के जरिए दोनों देशों के करीब आने और क्षेत्र में अपनी सामरिक ताकत बढ़ाने का भी संदेश न सिर्फ भारत बल्कि अमेरिका को भी दे रहा है।