यूके और अमेरिका की पाक को दो टूक: या तो भारत को सौंपो लखवी या कराओ इंडिपेंडेंट ट्रायल
इस्लामाबाद। मुंबई आतंकी हमलों के मास्टर माइंड और लश्कर-ए-तैयबा आतंकी जकी-उर-रहमान लखवी के मामले पर पूरी दुनिया नजर रख रही है। पाकिस्तान में उसकी जमानत को लेकर जो ड्रामा चल रहा है, उस पर भले ही प्रधा न मंत्री नवाज शरीफ खामोश रहें लेकिन अब अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों की ओर से इस पर आवाज उठने लगी है।
नवाज शरीफ को सलाह
ब्रिटेन और अमेरिका दोनों ने ही नवाज शरीफ को सलाह दी है कि अगर उन्हें भारत के साथ अपने रिश्ते बेहतर करने हैं तो फिर वह लखवी को अंतराष्ट्रीय ट्रायल के लिए भारत को सौंप दे।
लखवी को मुंबई आतंकी हमलों के मामले में इस्लामाबाद की एंटी-टेररिज्म कोर्ट ने 18 दिसंबर को जमानत दे दी थी। अभी तक लखवी के इस प्रकरण पर अमेरिका और ब्रिटेन की ओर से कोई भी आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है लेकिन यह काफी अहम बात मानी जा रही है।
भारत की ओर से लगातार पाकिस्तान पर इस बात के लिए दबाव बनाया जा रहा है कि वह लखवी की ही तरह लश्कर के दूसरे आतंकियों को भारत को सौंप दे।
प्रॉसिक्यूशन लॉयर ने दी जानकारी
इस्लामाबाद हाईकोर्ट को एक प्रॉसिक्यूशन लॉयर की ओर से जानकारी दी गई है कि दो देशों की ओर से इस बात की मांग की है कि लखवी को भारत को सौंप दिया जाए। प्रॉसिक्यूशन लॉयर ने इन देशों का नाम कोर्ट को नहीं बताया है। लेकिन पाक के आतंरिक मामलों के मंत्रालय के सूत्रों की ओर से जो जानकारी आ रही है उसके मुताबिक यह दोनों देश ब्रिटेन और अमेरिका हैं।
इन दोनों देशों की ओर से पाक को सलाह दी गई है कि या तो वह लखवी को बेहतर रिश्तों की खातिर भारत को सौंप दे या फिर उसका इंडीपेंडेंट ट्रायल कराया जाए क्योंकि मुंबई आतंकी हमलों में कई देशों के लोग मारे गए थे।
मिलिट्री कोर्ट में शिफ्ट कर दो केस
वहीं लखवी के मामले की सुनवाई कर रही हाईकोर्ट की बेंच ने सरकार पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि केस को मिलिट्री कोर्ट में शिफ्ट कर दे अगर उसे इतनी ही जल्दी है तो। सरकार ने इस केस को एक 'डिप्लोमैटिक मुद्दा' माना है और इस पर कोर्ट का कहना है कि वह इसमें कुछ नहीं कर सकती है।