'फ्रस्ट्रेटेड' मुशर्रफ ने दी भारत और अफगानिस्तान के बीच प्रॉक्सी वॉर की चेतावनी
कराची।पाक की सत्ता में लौटने को बेकरार और अफगानिस्तान में भारत के बढ़ते प्रभाव से मुशर्रफ किस कदर निराश हैं, यह अंदाजा उनके नए बयान से लगाया जा सकता है। मुशर्रफ ने चेतावनी दी है कि अगर अफगानिस्तान से नाटो फोर्सेज रवाना होती हैं तो फिर भारत और अफगानिस्तान के बीच एक तरह के प्रॉक्सी वॉर की शुरुआत हो जाएगी।
पाकिस्तान के पूर्व तानाशाह और पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुर्शरफ का करीब एक माह पहले आया बयान तो आपको याद ही होगा जिसमें उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान में हजारो मुसलमान कश्मीर में आकर लड़ने को तैयार बैठे हैं। इस बयान के बाद भारत से लेकर अमेरिका तक में मुशर्रफ की कड़ी आलोचना हुई थी।
तालिबान की धमकी देते मुशर्रफ
आपको बता दें कि मुशर्रफ भले ही यह चेतावनी दे रहे हों लेकिन उनकी जान को खुद तालिबान से बड़ा खतरा है। कराची में कड़ी सुरक्षा के बीच रहने वाले मुशर्रफ पर कई आपराधिक मामले भी चल रहे हैं जिनमें हत्या का मामला भी शामिल है।
कारगिल वॉर की साजिश रचने वाले मुशर्रफ ने अफगानिस्तान के नए राष्ट्रपति अशरफ गनी की तारीफों भी पुल बांधे हैं। गौरतलब है कि गनी पिछले सप्ताह ही पाक की यात्रा पर गए थे।
मुशर्रफ ने कहा कि तालिबान के खिलाफ 13 साल की लड़ाई के बाद नाटो सेना इस साल के अंत तक वापस लौट जाएगी और ऐसे में अफगानिस्तान में शांति के लिए पाकिस्तान के सहयोग को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
लेकिन पूर्व सैन्य शासक ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में सीमा पर हुई सबसे खतरनाक गोलीबारी के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच मौजूदा तनावपूर्ण स्थिति को शांत करना अफगानिस्तान में शांति के लिए महत्वपूर्ण है।
भारत के दखल से परेशान मुशर्रफ
कराची स्थित अपने आवास पर मुशर्रफ ने कहा, 'अफगानिस्तान में भारतीय प्रभाव पाकिस्तान के लिए खतरा है। उनका कहना है, 'वह पूरे क्षेत्र और पाकिस्तान के लिए और एक खतरा है क्योंकि वहां भारतीय प्रभाव में पाकिस्तान-विरोधी संकेत मौजूद हैं।
वह (भारत) पाकिस्तान-विरोधी अफगानिस्तान बनाना चाहते हैं।' मुशर्रफ ने कहा, 'अगर भारतीय अफगानिस्तान में जातीय तत्वों का उपयोग कर रहे हैं, तो पाकिस्तान भी अपने समर्थन में
जातीय तत्वों का इस्तेमाल करेगा और हमारे जातीय तत्व निश्चित रूप से पश्तून हैं।' उन्होंने कहा, 'इस तरह हम अफगानिस्तान में छद्म युद्ध छेड़ रहे हैं। इससे बचना चाहिए।'