चीन के बाद पाकिस्तान ने अग्नि मिसाइल को बताया खतरा
पाकिस्तान ने मिसाइल टेक्नोलॉजी कंट्रोल रिजाइम (एमटीसीआर) ग्रुप में शामिल 35 देशों से की भारत की शिकायत। भारत की अग्नि मिसाइल बताया खतरा। भारत वर्ष 2016 में बना है एमटीसीआर का सदस्य।
इस्लामाबाद। चीन के बाद अब पाकिस्तान ने भारत की अग्नि-4 और अग्नि-5 के टेस्ट के बाद इंटर -कॉन्टिनेंटल बैलेस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) प्रोग्राम पर सवाल उठाए हैं। पाकिस्तान ने इन मिसाइलों को एक खतरा करार दिया है। इतना ही नहीं पाकिस्तान इसे लेकर उस मिसाइल टेक्नोलॉजी कंट्रोल रिजाइम (एमटीसीआर) से भारत की शिकायत की है, जिसमें वर्ष 2016 में भारत को एंट्री मिली है।
शांति के लिए खतरा है भारत
पाकिस्तान के अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की खबर में कहा गया है कि पाकिस्तान की सरकार की ओर से एमटीसीआर को बताया गया है कि पाक भारत के मिसाइल टेस्ट प्रोग्राम को लेकर काफी फिक्रमंद है। विदेश मंत्रालय मेंअतिरिक्त सचिव तसनीम असलम ने कोरिया में एमटीसीआर की मीटिंग के दौरान यह बात कही है। तसनीम ने एमटीसीआर के चेयरमैन हाम सांग-वूक से इस बारे में चर्चा की है। पाक की ओर से कहा गया है कि भारत के मिसाइल डिफेंस प्रोग्राम और इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल के चलते शांति और स्थिरता को खतरा है। पाक ने दावा किया है कि वह दक्षिण एशिया में हथियारों की दौड़ में शामिल नहीं होना चाहता है। लेकिन यह जरूरत चाहता है कि साउथ एशिया में स्ट्रैटजिक रिस्ट्रेन्ट रेजीम बरकरार हो ताकि कोई भी देश किसी पर मिसाइल से हमला न कर सके।
चीन ने भी दी थी धमकी
इससे
पहले
चीन
की
ओर
से
भारत
को
धमकी
आई
थी।
अग्नि-5
और
अग्नि-4
का
सफल
टेस्ट
किया
है।
इस
टेस्ट
ने
चीन
का
पारा
बढ़ा
दिया
और
उसने
भारत
को
सलाह
दे
डाली
है।
चीन
की
सरकार
की
ओर
से
संचालित
होने
वाले
अखबार
ग्लोबल
टाइम्स
ने
अपने
एडीटोरियल
में
भारत
के
मिसाइल
प्रोग्राम
पर
जमकर
भड़ास
निकाली।
ग्लोबल
टाइम्स
ने
भारत
के
मिसाइल
प्रोग्राम
को
खारिज
करते
हुए
लिखा
कि
भारत
को
अपने
मिसाइल
के
बुखार
को
ठंडा
करना
पड़ेगा।
ग्लोबल
टाइम्स
ने
यहां
तक
लिख
डाला
कि
भारत
की
जीडीपी
चीन
की
जीडीपी
का
20
प्रतिशत
है
और
चीन
की
सैन्य
क्षमता
भारत
से
कहीं
ज्यादा
है।
भारत
जानता
है
कि
चीन
को
परमाणु
डर
दिखाना
उसके
लिए
कितना
महंगा
साबित
हो
सकता
है।
ग्लोबल
टाइम्स
के
मुताबिक
चीन
तो
भारत
से
अच्छे
संबंध
चाहता
है
लेकिन
अगर
भारत
ने
कुछ
किया
जो
शांत
नहीं
बैठेंगे।