कारगिल के विलेन मुशर्रफ ने कहा, कश्मीर में लड़ाकों पर था उनका नियंत्रण
पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने कहा उनके प्रशासन ने कश्मीर में लड़ रहे लड़कों को किया हुआ था काबू। मुशर्रफ का दावा उनकी सरकार की वजह से भारत कुछ मुद्दों पर चर्चा के लिए मजबूर था।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व तानाशाह और राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ ने एक बार फिर कश्मीर को लेकर बयान दिया है। इस बार मुशर्रफ ने कहा है कि जो लड़ाके कश्मीर में लड़ाई लड़ रहे थे, उन पर उनकी सरकार ने नियंत्रण किया हुआ था। मुशर्रफ की मानें तो उन्हें यह महसूस हुआ था कि भारत के साथ मुद्दे पर बातचीत करनी होगी और इसके लिए राजनीतिक प्रक्रिया की जरूरत है।
फिलहाल दुबई में हैं मुशर्रफ
मुशर्रफ कारगिल की जंग के समय पाकिस्तान आर्मी के मुखिया थे और इसके बाद जब वर्ष पाकिस्तान में तख्तापलट हुआ तो वह राष्ट्रपति बने थे। मुशर्रफ वर्ष 2001 से 2008 तक पाक के राष्ट्रपति थे। मुशर्रफ ने यह दावा भी किया कि उनकी सरकार की वजह से भारत पाक के साथ कुछ मुद्दों पर चर्चा के लिए मजबूर हुआ था। ये ऐसे मुद्दे थे जिन पर भारत बात ही नहीं करना चाहता था। मुशर्रफ ने ये बातें पाक के न्यूज चैनल दुनिया न्यूज को दिए इंटरव्यू में कहीं। मुशर्रफ ने कहा, 'आर्मी चीफ और देश के राष्ट्रपति के तौर पर हम सफल रहे थे। हम भारत को बातचीत की मेज पर लाने और उन मुद्दों पर गौर करने में सक्षम थे जिन पर भारत चर्चा करने के लिए तैयार नहीं था।' मुशर्रफ का कहना था कि उनकी सरकार कश्मीर में लड़ाकों को मैनेज कर रही थी। लेकिन बाद में उन्हें लगा कि भारत के साथ बातचीत ही एक रास्ता है। मुशर्रफ पिछले वर्ष मार्च में पाकिस्तान छोड़कर दुबई गए थे जब उनका नाम पाक सरकार ने एग्जिट कंट्रोल लिस्ट से हटा दिया था।
हल की ओर था कश्मीर मुद्दा
मुशर्रफ ने कहा कि अफगानिस्तान की इंटेलीजेंस एजेंसी, नेशनल डायरेक्टोरेट ऑफ सिक्योरिटी (एनडीएस) भारत के साथ मिलकर पाकिस्तान में आतंकी संगठनों को समर्थन दे रही है। उन्होंने पाक सेना के एंटी-टेररिज्म ऑपरेशन जर्ब-ए-अज्ब में कोई कमी नहीं है क्योंकि यह खासतौर पर नॉर्थ वजीरिस्तान पर केंद्रित करके शुरू किया गया था। इस ऑपरेशन में कई आतंकी मारे गए थे। उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन की वजह से भारत और एनडीएस के समर्थन से चल रहे कई आतंकी कैंप्स का सफाया हो सका था। मुशर्रफ ने स्लीपर सेल को खत्म न करने पर पाकिस्तान पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि पंजाब अब आतंकवाद का अड्डा बन चुका है और स्लीपर सेल्स को खत्म करने के लिए क्या किया गया। उन्होंने यह बात उस समय कही जब उनसे सवाल पूछा गया था कि लश्कर-ए-झांगवी जैसे आतंकी संगठन तो उनके कार्यकाल से ही मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि यह सब उस समय से शुरू हुआ जब पाक ने कश्मीर को लेकर एक सफल रणनीति तैयार कर ली थी। उन्होंने दावा किया पाक, भारत के साथ चार सूत्रीय एजेंडे के तहत एक समाधान पर पहुंच गया था और अमेरिका और चीन भी पाक के साथ थे।