पेशावर हमले के 48 घंटे बाद नवाज शरीफ और राहील शरीफ की मुलाकात
इस्लामाबाद।
मंगलवार
को
पेशावर
के
आर्मी
पब्लिक
स्कूल
पर
हुए
आतंकी
हमले
के
बाद
पाक
पीएम
नवाज
शरीफ
ने
कहा
था
कि
अगले
48
घंटों
के
अंदर
पाक
में
आतंकी
गतिविधियों
के
बाद
सजा
पाए
आतंकियों
को
मौत
की
सजा
दी
जाएगी।
पाक की सुरक्षा पर चर्चा
इन छह के अलावा बाकी के बारे में अभी तक कोई भी जानकारी दुनिया को नहीं मिली है। लेकिन हमले के 48 घंटे बीत जाने के बाद नवाज शरीफ और राहील शरीफ के बीच मुलाकात जरूर हुई है।
दोनों ने इस मीटिंग के दौरान पाक में मौजूद सुरक्षा हालातों पर चर्चा की है। पाक के न्यूजपेपर 'डॉन' की रिपोर्ट के मुताबिक, मीटिंग के दौरान नवाज के साथ पाकिस्तान के आंतरिक मामलों के मंत्री चौधरी निसार अली खान भी मौजूद थे।
इस मीटिंग से पहले ही जनरल शरीफ ने गुरुवार रात को छह आतंकवादियों की फांसी को मंजूरी दे दी थी। इन आतंकवादियों को आर्मी कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है। इसके बाद शुक्रवार को नवाज, राहील से मिलने पहुंचे। आपको बता दें कि बुधवार को पाकिस्तान सरकार ने आतंकवाद के मामलों में फांसी की सजा पर लगे प्रतिबंध को हटा लिया था।
क्या हैं 6 आतंकियों पर आरोप
जिन छह आतंकियों की मौत की सजा मुकर्रर कर दी गई है उन्हें आतंकवादियों को जनरल हेडक्वार्टर पर हमला, झंडा चीची, परवेज मुशर्रफ पर हमला करने और चेनाब नदी के पास एक आर्मी कैंप पर हमला करने का दोषी पाया गया है। उन्हें सेना के कानून के तहत फील्ड जनरल कोर्ट मार्शल द्वारा मौत की सजा सुनाई गई है।
मीटिंग में देश की सिक्योरिटी के अलावा मंगलवार को पेशावर के एक स्कूल में हुए हमले के बाद की कार्रवाई की भी समीक्षा की गई जिसमें जिसमें 132 बच्चों सहित 141 लोगों की मौत हो गई थी।
पेशावर हमले में 4 गिरफ्तार
वहीं दूसरी ओर पेशावर हमले के सिलसिले में एक महिला सहित कम से कम चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। 'डॉन' की ओर से जानकारी दी गई है कि इन चारों संदिग्धों को सिम कार्ड के जरिए से खोजा गया।
यह सिमकार्ड सैनिक स्कूल पर हमले के दौरान आतंकवादियों द्वारा प्रयोग किया गया था। यह सिम कार्ड एक महिला के नाम पर लिया गया था, जिसे तीन अन्य लोगों के साथ बहावलपुर जिले के हासिलपुर से हिरासत में ले लिया गया है।
खबर पख्तूनख्वा के पुलिस महानिरीक्षक नासिर दुर्रानी ने गुरुवार को कहा कि टीम, उपलब्ध सबूतों के आधार पर हमले की जांच कर रही है।
एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने बताया कि आतंकवादी अफगानिस्तान में अपने सरगना और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के तारिक गीदर समूह के कुख्यात कमांडर उमर नारे उर्फ उमर खलीफा अदिनजई से सीधे संपर्क में थे। अधिकारी ने बताया कि वह आत्मघाती हमलावरों और हमलावर समूहों को निर्देशन दे रहा था।