पूर्व सेनाध्यक्ष के बाद पाक पीएम नवाज शरीफ ने अलापा कश्मीर का राग, लेकिन नहीं मिला जवाब
पाक पीएम का कहना है कि कश्मीर के मुद्दे का हल संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों और कश्मीर की आवाम की इच्छा पर किया जाना चाहिए।
नई दिल्ली। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने एक बार फिर से संयुक्त राष्ट्र के मंच से कश्मीर का राग अलापा। हालांकि उनकी इस बात पर वहां मौजूद लोगों ने ध्यान नहीं दिया। बता दें कि पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ संयुक्त राष्ट्र के नए महासचिव एंटोनियों गुटरेस के साथ एक बैठक के दौरान कशअमीर का मुद्दा उठाया लेकिन उनकी नवाज की ओर से मामले में हस्तक्षेप की मांग पर कोई जवाब नहीं दिया। इस्लामाबाद स्थित पाक पीएम के कार्यालय ने जारी किए गए एक बयान में कहा है कि वर्ल्ड इकॉनमिक फोरम में गुटरेस से मिले और कहा कश्मीर के मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र के ध्यान देना चाहिए। महासचिव से शरीफ ने कहा कि जम्मू और कश्मीर समेत सभी मुद्दों पर आगे बढ़ने के लिए बातचीत जरूरी है। हमने इसी सोच के साथ भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रावधानों और कश्मीरी लोगों की इच्छा अनुसार विवाद हल करने का निमंत्रण दिया है।
शरीफ
ने
दावा
किया
भारत
ने
उनके
निमंत्रण
का
सकारात्मक
जवाब
ना
देकर
बातचीत
ने
करने
का
रवैया
अपनाया
और
बयानों
से
महौल
को
बिगाड़ा।
शरीफ
ने
इस
दौरान
सिंधु
जल
समझौते
का
मुद्दा
भी
रखा।
हालांकि
महासचिव
ने
सिंधु
डल
जल
समझौते
के
मुद्दे
पर
भी
शरीफ
के
मनमुताबिक
जवाब
नहीं
दिया।
इससे
पहले
पाकिस्तान
के
पूर्व
सेनाध्यक्ष
राहील
शरीफ
ने
कश्मीर
मुद्दे
पर
टिप्पणी
की
है।
राहिल
ने
कश्मीर
को
भारत
और
पाकिस्तान
के
बंटवारे
का
अधूरा
एजेंडा
करार
दिया
है।
राहिल
ने
कहा
कि
इस
विवाद
के
समाधान
के
बाद
ही
उस
क्षेत्र
में
शांति
बहाल
हो
सकती
है।
पूर्व
पाक
सेना
प्रमुख
ने
यह
बातें
दावोस
में
वर्ल्ड
इकोनॉमिक
फोरम
(WEF)
की
47वीं
वार्षिक
बैठक
से
इतर
'पाकिस्तान
ब्रेकफास्ट'
नामक
कार्यक्रम
में
कहीं।
WEF
की
बैठक
के
मौके
पर
पाक
को
बढ़ावा
देने
के
लिए
इस
कार्यक्रम
का
आयोजन
पाथफाइंडर
ग्रुप
ऑफ
पाकिस्तान
की
ओर
से
किया
गया
था।
जिसमें
दुनिया
के
तमाम
राजनीतिक
और
व्यावसायिक
हस्तियों
ने
हिस्सा
लिया।
राहिल
ने
इस
दौरान
कहा
कि
दक्षिण
एशिया
में
शांति
के
लिए
कश्मीर
के
मुद्दे
का
हल
संयुक्त
राष्ट्र
के
प्रस्तावों
और
कश्मीर
की
आवाम
की
इच्छा
पर
किया
जाना
चाहिए।
कहा
कि
पाकिस्तान,
अमन
चाहता
है
लेकिन
मुख्य
मुद्दा
कश्मीर
है,
जिसे
सुलझाना
है।ये
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