पाक अखबार ने आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान के 'दोहरे रवैये' पर किया प्रहार
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने अपने संपादकीय में लिखा,'पाकिस्तान को अगर आतंकवाद से लड़ना है तो उसे सभी आतंकवादियों से लड़ना चाहिए। इसका कोई पैमाना नहीं होना चाहिए कि कौन आतंकवादी अच्छे हैं और कौन बुरे।
नई दिल्ली। पाकिस्तान के क्वेटा में कल हुए आतंकी हमले को लेकर पाकिस्तानी अखबार ने आतंकवाद को लेकर 'दोहरे रवैये' पर सवाल उठाए हैं।
पाकिस्तानी अखबार के संपादकीय में देश की आतंकवादियों को लेकर नीति(अच्छे आतंकवादी और बुर आतंकवादी का फर्क) को क्वेटा हमले की वजह बताया।
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने अपने संपादकीय में लिखा,'पाकिस्तान को अगर आतंकवाद से लड़ना है तो उसे सभी आतंकवादियों से लड़ना चाहिए। इसका कोई पैमाना नहीं होना चाहिए कि कौन आतंकवादी अच्छे हैं और कौन बुरे।
अखबार ने लिखा कि पूरी दुनिया में पाकिस्तान की आतंकवाद और आतंकवादियों को लेकर नीति की आलोचना हो रही है। पाकिस्तान में दो तरह के आतंकवादी माने जाते हैं। अच्छे और बुरे।
अच्छे आतंकवादी उन्हें माना जाता है जो कि पाकिस्तान की बजाय भारत और अफगानिस्तान को अपना विरोधी मानते हैं। जबकि बुरे आतंकवादी उन्हें माना जाता है जिन्होंने क्वेटा में पुलिस ट्रेनिंग एकेडमी पर कल हमला किया।
अखबार के मुताबिक, आतंकवाद को लेकर यह भेदभाव इससे लड़ने में कारगर साबित होने वाला नहीं है। इससे पहले भी इसी महीने एक पाकिस्तानी प्रमुख अखबर नेशन ने भी पाकिस्तान पर सवाल उठाए थे।
उसने लिखा था कि जैश-ए-मोहम्मद के मसूद अजहर और जमात-उद-दावा के हाफिज सईद के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है?
आपको बता दें कि अजहर पठानकोट आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड है और हाफिज सईद 2008 मुंबई हमलों का सरगना।
ये दोनेां ही पाकिस्तान में खुलेआम घूमते हैं और ऐसा माना जाता है कि पाक फौज इन्हें संरक्षण देती है। इसके अलावा एक अन्य अखबार डॉन ने भी पाकिस्तान पर सवाल उठाए थे।