इस बार पीएम मोदी की वजह से पाकिस्तान में होगा तख्तापलट!
इस्लामाबाद। पाकिस्तान मीडिया में खबरें हैं कि पाकिस्तान सेना, नवाज शरीफ सरकार से खासी नाराज है और इसकी वजह से भारत के लिए बदला रवैया और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए पीएम शरीफ का कमजोर दिल। खबरें हैं कि पीएम शरीफ के दोस्ताना बर्ताव और कमजोर विदेश नीति की वजह से अब पाक सेना विदेश मंत्रालय को अपने हाथ में ले सकती है। अंग्रेजी न्यूजपेपर टाइम्स ऑफ इंडिया ने इस बाबत एक रिपोर्ट पब्लिश की है।
अफगानिस्तान और भारत की दोस्ती से जलने वाला पाकिस्तान
रावलपिंडी में हुई एक खास बैठक
पिछले दिनों पाकिस्तान सेना के हेडक्वार्टर रावलपिंडी में एक मीटिंग बुलाई गई थी। मीटिंग में सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ ने सिर्फ गृहमंत्री को नहीं बुलाया था। शरीफ सरकार की पूरी कैबिनेट इस मीटिंग में शामिल थी। पिछले कुछ दिनों से पाक सेना का सरकार के कामकाज में दखल भी काफी बढ़ गया है।
नीति निर्माण पर बातें और गृहमंत्रालय बाहर
कैबिनेट मीटिंग के बाद से ही पाक में राजनीतिक हालात थोड़े अस्थिर हो गए हैं और हलचल बढ़ गई है। बताया जाता है कि इस मीटिंग में देश की बाहरी सुरक्षा से जुड़ी नीतियों पर बात हुई और हैरानी की बात है कि इस मीटिंग से गृह मंत्रालय को ही बाहर रखा गया था।
पीएम मोदी की वजह से बढ़तीं चुनौतियां
वहीं दूसरी ओर भारतीय पीएम मोदी की सक्रियता के साथ अमेरिका और पश्चिम एशिया में बढ़ती दिलचस्पी के बीच पाकिस्तान के अंदर नवाज सरकार को लेकर सवाल उठने लगे हैं। लोग दबी जुबान में कहने लगे हैं कि नवाज शरीफ की विदेश नीति फेल हो गई है। सेना क अंदर से भी अब शरीफ के खिलाफ आवाजें उठने लगी हैं।
सेना संभालेगी विदेश मंत्रालय
पाकिस्तान मुस्लिम लीग के शीर्ष नेताओं की ओर से टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया गया है कि जब नवाज शरीफ ने सत्ता संभाली थी तो वह नीति निर्माण में सेना की भूमिका को कम करना चाहते थे। लेकिन अब उन्हें दवाब का सामना करना पड़ रहा है। सेना के साथ पाक कैबिनेट की मीटिंग के बाद विशेषज्ञों का कहना है कि विदेश मंत्रालय को सेना खुद संभाल सकती है।