पाकिस्तान में हिंदू युवती का अपहरण, धर्म परिवर्तन के बाद शादी की आशंका
स्थानीय मीडिया से बातचीत करते हुए पीडि़त युवती के परिवारवालों ने बताया कि उनकी 16 साल की जिसका नाम रवीता मेघवार है को नींद की गोली देकर अपहरणकर्ता उठा ले गए।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में हिंदुओं के अस्तित्व पर मंडरा रहे खतरे को लेकर अकसर चर्चाएं होती रहती हैं। कभी-कभी जो घटनाएं सामने आती है उसे देखकर ऐसा ही लगता है कि सच में वहां हिंदुओं के अस्तित्व पर गहरा संकट है। एक ताजा मामला थारपारकर जिले के नगरपारकर इलाके में सामने आया है। यहां एक नाबालिग हिंदू लड़की को दंबग गांववालों ने किडनैप कर लिया।
स्थानीय मीडिया से बातचीत करते हुए पीडि़त युवती के परिवारवालों ने बताया कि उनकी 16 साल की जिसका नाम रवीता मेघवार है को नींद की गोली देकर अपहरणकर्ता उठा ले गए। रवीता के माता पिता ने बताया कि रवीता का जब अपहरण हुआ उस वक्त वो अस्पताल में थी। उन्होंने बताया कि सैयद समुदाय के लोगों ने ही उनकी बेटी को अगवा किया है और हो सकता है कि उसकी जबरन शादी सैयद नवाज अली से करा दी जाए।
आपको बता दें कि सैयद नवाज अली पिछले कई महीनों से रवीता को परेशान कर रहा था। स्थानीय पीपीपी ने स्मित्रा मंजनी ने रवीता के परिवार वालों से मुलाकात की और उन्हें पूरा सहयोग देने का भरोसा दिया। उन्होंने रवीता के परिवारवालों को यह भी भरोसा दिया कि उनकी बेटी बहुत जल्द खोज निकाली जाएगी। पुलिस ने रवीता की तलाश में आसपास के कई गांवों में छापेमारी की है लेकिन अबतक कुछ पता नहीं चल सका है।
पाकिस्तान में जबरन हिन्दू लड़कियों का होता है धर्म परिवर्तन
पाकिस्तान के ह्यूमन राइट्स कमिशन की रिपोर्ट कहती है, कि वहां पर हर महीने 20 से 25 हिन्दू लड़कियों का अपहरण करके उनका जबरदस्ती धर्म परिवर्तन कराया जाता है। लेकिन हैरानी की बात ये है, कि इस तरह के मामलों में जैसे ही कोई रिपोर्ट दर्ज की जाती है, अपहरणकर्ता भी दूसरी तरफ से रिपोर्ट दायर कर देते हैं। जिसमें कहा जाता है कि इन लड़कियों ने अपनी मर्ज़ी से धर्म परिवर्तन किया है और उन्हें परेशान करने की कोशिश की जा रही है। इसके बाद आम तौर पर इस तरह के मामले बंद कर दिए जाते हैं।
पाकिस्तान में इसी साल हिंदू मैरेज एक्ट पारित किया गया है
पाकिस्तान में इसी वर्ष 19 मार्च को हिंदू मैरेज एक्ट पारित किया गया है। इस कानून के बाद ऐसी उम्मीद की जा रही थी कि पाकिस्तान में रहने वाली अल्पसंख्यक महिलाओं को अधिक सुरक्षा भी मिलेगी और उन्हें कुछ ख़ास अधिकार भी मिलेंगे। पाकिस्तान में सिख लड़कियों की शादी भी हिंदू मैरेज एक्ट के तहत रजिस्टर्ड है।