डोनाल्ड ट्रंप पाकिस्तान की आर्थिक मदद में करने जा रहे हैं कटौती लेकिन क्यों?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का पहला बजट बढ़ाएगा पाकिस्तान की मुश्किलें। अमेरिका की ओर से पाक को मिल रही आर्थिक मदद में होगी कटौती। अमेरिकी रक्षा बजट में 54 बिलियन डॉलर का इजाफा करेंगे ट्रंप।
वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति का पद संभालने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को पहला बजट प्रस्ताव पेश किया। 1.1 ट्रिलियन डॉलर के इस बजट ने कई देशों की धड़कनें बढ़ा दी हैं और इन कई देशों में पाकिस्तान भी एक है। इस बजट के बाद अमेरिका कई देशों को दी जा रही आर्थिक मदद में बड़ी कटौती कर सकता है और पाक भी इस कटौती में शामिल होगा।
बजट की वजह से पाक को नहीं मिलेगी मदद
इस कटौती में अमेरिकी सेना की ओर से पाकिस्तान को दी जा रही मदद भी शामिल होगी। यह मदद उस रक्षा बजट का हिस्सा है, जिसमें ट्रंप ने 54 बिलियन डॉलर के इजाफे का प्रस्ताव रखा है। व्हाइट हाउस में बजट मैनेजमेंट ऑफिस के डायरेक्टर मिक मुलवाने ने मीडिया को जानकारी दी है कि बजट प्रस्तावों के बाद प्रशासन ने विदेश विभाग की ओर से चलाए जा रहे विदेश सहायता कार्यक्रम में कटौती का मन बनाया है। दूसरे देशों को हो रही इस विदेशी मदद में 28 प्रतिशत तक की कटौती की जा सकती है। उन्होंने कहा विदेश मदद में कमी की जा रही है और उनका कहना था कि यह फैसला विदेश विभाग की परफॉर्मेंस को देखने के बाद नहीं किया गया है बल्कि विदेशी देशों को मिल रही मदद विभाग के कार्यों के तहत ही आती है। प्रस्तावों का सीधा असर अमेरिकी मदद हासिल करने के वालों पर पड़ेगा जिसमें पाकिस्तान भी शामिल है।
किसे मिली कितनी मदद
वर्ष 016 -2017 के दौरान अमेरिकी मदद हासिल करने वालों में अफगानिस्तान का नाम सबसे ऊपर था और इसे करीब 4.7 बिलियन डॉलर की मदद मिली थी। अफगानिस्तान के बाद 3.1 बिलियन डॉलर की मदद हासिल करने वाला इजरायल, 1.4 बिलियन डॉलर की मदद वाला इजिप्ट, 1.1 बिलियन डॉलर की मदद हासिल करने वाला इराक, एक बिलियन डॉलर की मदद हासिल करने वाला जॉर्डन जैसे देश इसमें शामिल हैं। वहीं पाक को इस दौरान 742 मिलियन डॉलर की मदद मिली थी। केन्या, नाइजीरिया, तंजानिया और इथोपिया जैसे देशों को अमेरिका की ओर से 500 मिलियन डॉलर से भी ज्यादा की मदद मिली थी। हालांकि ट्रंप के इस बजट प्रस्ताव को विरोध का सामना भी करना पड़ रहा है। बजट खर्च में इजाफा देश की 2.5 प्रतिशत की महंगाई दर से ज्यादा होगा। सीनेट की आर्म्ड सर्विसेज कमेटी के रिपब्लिकन चेयरमैन जॉन मैक्केन ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप का मकसद पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के डिफेंस बजट से सिर्फ तीन प्रतिशत ज्यादा का डिफेंस बजट तैयार करना है।