भारत को बार-बार धोखा देने वाले नवाज शरीफ ने अपने भाई की पीठ में भी छुरा घोंपा
पाकिस्तानी अखबार डॉन की खबर के मुताबिक करप्शन के आरोपों की वजह से पाकिस्तान के पीएम पद से हटाए गए नवाज शरीफ अपने खुद नहीं चाहते थे कि शाहबाज शरीफ पीएम बने
नई दिल्ली। पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ ने किसी खास मकसद से अपने भाई शाहबाज शरीफ को पाकिस्तान का पीएम नहीं बनने दिया। इसको लेकर पाकिस्तान के राजनीतिक गलियारों में चर्चाए तेज हो गई है। इतना ही नहीं चर्चा तो यहां तक है कि नवाज शरीफ ने खुद अपने भाई का नाम पीएम के लिए आगे भी किया और फिर उन्हें रोकने के लिए पार्टी के अंदर कैंपेन भी चलवाया।
पाकिस्तानी अखबार डॉन की खबर के मुताबिक करप्शन के आरोपों की वजह से पाकिस्तान के पीएम पद से हटाए गए नवाज शरीफ अपने खुद नहीं चाहते थे कि शाहबाज शरीफ पीएम बने। PML-N के कई नेताओं के मुताबिक नवाज ने किसी खास प्लानिंग के तहत शाहबाज को पीएम बनने से रोका। साथ ही उन्होंने शाहबाज शरीफ के बेटे हमजा शरीफ के पंजाब का सीएम बनने के सपने पर भी पानी फेर दिया।
पाकिस्तान के पीएम पद से हटने के बाद नवाज शरीफ ने कहा था कि उनके इस्तीफे के बाद शाहबाज ही देश के अगले पीएम बनेंगे। लेकिन इस पूरी प्रक्रिया में 45 दिन तक का वक्त लग सकता है। हालांकि अब खबरें है कि कुछ लोग एक खास रणनीति के तहत ये कैंपेन चला रहे हैं कि शाहबाज की जरूरत अभी पंजाब को ज्यादा है। PML-N के बड़े नेताओं का मानना है कि ये सब शाहबाज को पीएम बनने से रोकने के लिए किया जा रहा है।
शाहबाज शरीफ के एक करीबी का मानना है कि शाहबाज पाकिस्तान का पीएम बनने का मौका गंवा चुके हैं। इस पूरे खेल में शरीफ परिवार की अदरुनी पॉलिटिक्स भी वजह मानी जा रही है। हालांकि, पंजाब में PML-N के प्रवक्ता मलिक अहमद खान का कहना है कि नवाज शरीफ और शहबाज शरीफ में कोई मतभेद नहीं है।