पाकिस्तान में न्यूज चैनल पत्रकार की सरेआम गोली मारकर हत्या
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में पत्रकारों की सुरक्षा पर आए दिन सवाल उठाए जाते हैं। पिछले सात सालों में पाक में 34 पत्रकारों की हत्या हो चुकी है और रविवार को एक बार फिर पाक के पंजाब प्रांत में निजी टीवी चैनल के पत्रकार की अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी।
जानकारी के मुताबिक पत्रकार याकूब शहजाद गुजरावालां कार्यालय में एक दोस्त के साथ बैठे थे, जब कुछ लोग बंदूकों के साथ आए और उन पर गोलियां चला दी। उन्हें तीन गोलियां लगी, जिससे मौके पर ही याकूब मौत हो गयी। जबकि साथ बैठा अन्य व्यक्ति घायल हो गया।
पत्रकारों के लिए सुरक्षित नहीं पाक
पाक में इस तरह की घटना पहली बार नहीं हुई है। बल्कि अमनेस्टी इंटरनेश्नल की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में पत्रकारों के साथ काफी बुरा सलूक किया जाता है। जिसमें धमकी देना, अपहरण करना और शारीरिक उत्पीड़न भी शामिल है। यहां कई पत्रकारों की हत्या भी कर दी गई है, जबकि कई मौत के मुंह से जिंदा बचने में सफल रहे। कुछ महीनों पहले ही पाक के वरिष्ठ पत्रकार और जियो न्यूज के संपादक हामिद मीर पर करांची में कुछ अज्ञात लोगों के गोलियां बरसाई थी। हालांकि मीर अब सकुशल हैं।
7 सालों में 34 पत्रकारों की हत्या
मीर के पहले भी कई पत्रकारों को इन खतरों से गुजरना पड़ा है। पिछले सात सालों में पाक में 34 पत्रकारों की हत्या हो चुकी है, जबकि सिर्फ 2014 में ही सात पत्रकारों को जान से हाथ धोना पड़ा है। अप्रैल 2014 में पाक के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा था कि पत्रकारों पर हो रहे हमलों को देखते हुए और उस से संबंधित जांच के लिए एक स्पेशल ऑफिस बनाया जाएगा। पत्रकारों के मानवाधिकार का हनन होना किसी भी देश के लिए शर्मनाक स्थिति है।
पाकिस्तान में 89 प्राइवेट टीवी चैनल है और 115 रेडियो चैनल है। जिनमें ज्यादातर टीवी चैनल केवल उर्दू में हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, पत्रकारों के लिए पाकिस्तान दुनिया का सबसे खतरनाक देश है। 2010-11 में वह इस सूची में नंबर एक पर था।