जासूसी की बात पर बोला पाक, झूठ बोल रहा है भारत
उच्चायोग में कर्मी की गिरफ्तारी से बौखलाया पाकिस्तान कहा भारत अपने व्यक्तिगत द्वेष में कर रहा है ऐसा काम।
नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच गुरुवार को हुए घटनाक्रम के बाद एक बार फिर से बयानों का दौरा शुरू हो गया है। पाकिस्तान उच्चायोग के एक कर्मी महमूद अख्तर को जासूसी के आरोप में भारत ने पकड़ा था। पाक ने भारत पर अपने कर्मी के साथ बुरा बर्ताव करने का आरोप भी लगाया है।
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पाक ने सच से मोड़ा मुंह
पाक ने इस पर भारत का विरोध किया है और कहा है कि भारत झूठ बोल रहा है। पाक का कहना है कि भारत अपना व्यक्तिगत प्रपोगेंडा चला रहा है। पाक विदेश मंत्रालय की ओर से एक बयान जारी किया गया है।
इस बयान में कहा गया है, 'पाकिस्तान, भारत स्थित उच्चायोग में तैनात कर्मी पर भारत की ओर से लिए गए एक्शन का विरोध करता है। भारत इस तरह के कामों के जरिए अपना व्यक्तिगत एजेंडा चला रहा है।'
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गिरफ्तारी को बताया मीडिया कैंपेन
इस बयान में आगे कहा गया है,' नई दिल्ली में पाक हाई कमिश्नर को भारत के विदेश मंत्रालय की ओर से बुलाया गया था। हाई कमिश्नर को भारत सरकार ने अपने उस फैसले के बारे में बताया था जिसके तहत उच्चायोग के एक कर्मी को 29 अक्टूबर 2016 तक भारत छोड़ने को कहा गया है।'
बयान में कहा गया है कि भारत का यह कदम पूरी तरह से नकारात्मक है और एक तरह का मीडिया कैंपेन है।
किसी तरह का बुरा बर्ताव नहीं
वहीं भारत के विदेश मंत्रालय की ओर से भी इस घटना पर एक बयान जारी किया गया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा है, 'अख्तर के साथ किसी तरह का बुरा बर्ताव नहीं किया गया है।
अख्तर के साथ पुलिस अधिकारी काफी अच्छे से पेश आए और उन्होंने पाक डिप्लोमैट को पाकिस्तान हाई कमीशन के हवाले कर दिया।'
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हकीकत से मुंह मोड़ना पाक की आदत
विकास स्वरूप ने कहा कि अख्तर ने अपनी पहचान को छिपाकर रखा था। जब उसे पाक उच्चायोग के हवाले किया गया तब उसने खुद इस बात को कुबूला कि उसके साथ अच्छा बर्ताव हुआ है। स्वरूप ने कहा कि पाक का इस घटना से मुंह मोड़ना उसकी आदत को दर्शाता है।
पाक को दिया संदेश
उन्होंने यह भी बताया कि विदेश सचिव एस जयशंकर ने पाक उच्चायुक्त अब्दुल बासित के सामने यह बात साफ कर दी है कि उनके सदस्य किसी भी तरह से ऐसे किसी काम में शामिल न हो जो डिप्लोमैटिक स्तर के खिलाफ हों।