नोट बदलने के दौरान हाथ में लगाने वाली स्याही नहीं आई, सबकी बढ़ी दिक्कत
नोट बदलवाने के दौरान हाथ में जिस स्याही को लगाना था वो दिल्ली-एनसीआर के बैंकों में नहीं पहुंच पाई है।
नोएडा। देश में विमुद्रीकरण के फैसले को लागू करने के बाद से ही बैंकों के बाहर लगी लंबी लाइन को कम करने के लिए नोट बदलवाने के दौरान हाथ में स्याही लगाने का फैसला भरे ही सरकार ने कर लिया हो, पर उसे लागू नहीं कर पा रही है।
नोट बदलवाने के दौरान हाथ में जिस स्याही को लगाना था वो दिल्ली-एनसीआर के बैंकों में नहीं पहुंच पाई है। सरकार ने भले ही यह फैसला कर लिया है, पर उसे पूरी व्यवस्था के साथ लागू नहीं कर पा रही है।
बैंकों के बाहर लंबी लाइन और लंबी होती जा रही है। बैंक अधिकारी और पुलिस कर्मी इस भीड़ को संभालने के दौरान कई अव्यवस्था का सामना कर रहे हैं। आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक एनसीआर में मौजूद अधिकतर बैंकों में कोई स्याही नहीं पहुंच पाई।
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पिछले आठ दिनों से बैंकों के बाहर लगने वाली भीड़ कम होने का नाम नहीं ले रही हैं।
नोएडा के सेक्टर 16 में स्थित भारतीय स्टेट बैंक के एक अधिकारी ने बताया कि आरबीआई से हमें अभी तक हाथ में लगाने वाली इंक नहीं मिल पाई है। उन्होंने उम्मीद जताई कि शाम तक हमें इंक मिल जाएगी।
यहीं पर कोटक महिंद्रा बैंक में भीड़ को नियंत्रित करने वाले एक पुलिस कर्मी ने बताया कि जब तक स्याही का प्रयोग होना शुरु नहीं होगा तब तक यह पहचानना बहुत मुश्किल है कि कौन लाइन में दोबारा लग रहा है।
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जिन लोगों को पैसे की बहुत ज्यादा जरूरत है वो लोग लगातार बार-बार बैंक आ रहे हैं और पैसे निकाल रहे हैं। बैंक आए एक कस्टमर ने बताया कि सरकार ने बैंक से 4500 रुपए के नोट बदलने की लिमिट तय की है जबकि बैंक वाले सिर्फ 2000 रुपए ही बदल रहे हैं। इसलिए मेरे पास कोई और विकल्प नहीं है, दोबारा बैंक आना ही पड़ेगा।
एक अन्य व्यक्ति वीडी शर्मा ने एचडीएफसी बैंक के एटीएम से एक घंटें में ही सारा कैश खत्म हो जाने पर सवाल उठाए। इसके लिए एचडीएफसी बैंक में शिकायत की है पर कोई हल नहीं निकला।
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