जनता ने लिया मनीष सिसोदिया का इंटरव्यू, पढ़ें सवाल-जवाब
नयी दिल्ली। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया को दिल्लीवालों के तीखे सवालों का सामना करना पड़ा। मनीष सिसोदिया ने फेसबुक के जरिए दिल्ली की जनता के तीखे सवालों का जवाब दिया। उन्हें शिक्षा और प्रशासन से जुड़े सवालों का सामना करना पड़ा। लोगों ने उनसे ना केवल सरकारी स्कूलों बल्कि दिल्ली के प्राइवेट स्कूलों की मनमानी को लेकर सवाल किए। आपको बताते है कि मनीष सिसोदिया को कैसे-कैसे तीखे सवालों का सामना करना पड़ा? पत्नी के चक्कर में मंत्री जी को खानी पड़ी अरविंद केजरीवाल से डांट
वीरभद्र गर्ग ने मनीष सिसोदिया से सवाल करते हुए पूछा कि प्राइवेट कॉलेज शिक्षकों को बहुत कम सैलरी देते हैं, लेकिन पेपर पर सैलरी ज्यादा करते दिखाते हैं। इसके लिए दिल्ली सरकार क्या कर रही है?
मनीष सिसोदिया: उन्होंने कहा कि जब भी मुझे किसी शिक्षक से लिखित में इस बारे में शिकायत मिली है, मैंने उनके खिलाफ एक्शन लिया है। अगर आपके पास इस बारे में पर्याप्त सबूत है तो अपनी शिकायत के साथ मुझे मेल करें।
अमित
कुमार
सिंह:
जब
बचपन
एमसीडी
के
स्कूल
में
खराब
हो
जाएगा
तो
छठी
क्लास
से
आप
अच्छी
शिक्षा
देकर
ही
क्या
कर
पाऐंगे।
इसके
उपर
आप
क्या
कर
रहे
हैं?
मनीष
सिसोदिया:
चिंता
मत
करो,
अगले
साल
से
एमसीडी
की
एजुकेशन
सिस्टम
को
भी
ठीक
कर
लेंगे|
बस
चुनाव
का
इंतज़ार
है,
जनता
तो
तैयार
है|
वेद
अमृता:
सरकारी
स्कूलों
में
इंग्लिश
मीडियम
क्यों
नहीं
करते,
क्योंकि
12वीं
के
बाद
सारी
पढ़ाई
अंग्रेजी
में
होती
है।
मनीष
सिसोदिया:
बात
इंग्लिश
और
हिंदी
की
नहीं
बल्कि
लर्निंग
सिस्टम
की
है।
हम
उसी
पर
काम
कर
रहे
हैं
और
दिल्ली
के
सरकारी
स्कूलों
में
एजुकेशन
सिस्टम
को
ठीक
करने
की
कोशिश
की
जा
रही
है।
संजय
कुमार:
दिल्ली
के
प्राइवेट
स्कूल
एजुकेशन
माफिया
के
तौर
पर
काम
कर
रहे
हैं।
इन
स्कूलों
में
क्यों
पैरेंट्स
और
सरकारी
कमेटी
नहीं
बनाई
जाती
है
ताकि
उनपर
नियंत्रण
रखा
जा
सके।
मनीष सिसोदिया: कुछ प्राइवेट स्कूल टीचिंग शॉप की तरह बर्ताव कर रहे हैं, लेकिन दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार अब ऐसा नहीं होने देगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने प्राइवेट स्कूलों में मनमानी फीस को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए हैं।
शहनवाज
सिद्दकी:
दिल्ली
के
स्कूलों
के
इंफ्रास्ट्रक्चर
पर
हो
रहे
क्रन्तिकारी
कार्यों
का
तो
मैं
खुद
भी
गवाह
हूँ,
पर
जानना
चाहता
हूँ
कि
शिक्षा
का
स्तर
सुधारने
के
लिए
क्या
किया
जा
रहा
है?
मनीष
सिसोदिया:
कई
स्तर
पर
काम
हो
रहा
है,
अगर,
लगातार
अपडेट
रखना
चाहते
हैं,
तो
मुझे,
फेसबुक
या
ट्विटर
पर
फॉलो
करें,
मैं
कोशिश
करता
हूँ
कि
अपने
कार्यों
की
जानकारी
देता
रहूँ|
नजीम
अरशद:
प्राइवेट
स्कूलों
की
मनमानी
पर
रोक
लगाने
के
लिए
सरकार
क्या
प्रयास
कर
रही
है?
मनीष
सिसोदिया:
ऐसे
प्राइवेट
स्कूल
भी
हैं,
जो
बहुत
अच्छा
काम
कर
रहे
हैं
लेकिन
जो
स्कूल
नियम-कायदों
का
उल्लंघन
कर
रहे
हैं,
उनके
खिलाफ
एक्शन
लिया
जाएगा।