आरएसएस ने लॉन्च किया 'भारतीय नोबेल प्राइज', सरकार से भी मिली मंजूरी
नई दिल्ली। भारतीयों के अब एक अपना 'नोबेल प्राइज' होगा, जो विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कामों के लिए दिया जाएगा, इसको आरएसएस देगा।
आरएसएस की सांस्कृतिक इकाई बहुत अगले महीने से शांति, साहित्य, कला, विज्ञान और शिक्षा जैसे क्षेत्र में बेहतर काम करने वालों के लिए एक खास ईनाम 'नैमिश्य सम्मान' दिया करेगी, जो भारत के अपने नोबेल प्राइज की तरह होगा।
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भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय ने आरएसएस को इसके लिए हरी झंजी दिखा दी है। अगले महीने वाराणसी में राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव में एक बड़े आयोजन में 'नैमिश्य सम्मान' (भारत का नोबेल प्राइज) की शुरुआत की जाएगी।
सम्मान के लिए नाम तय करने वाली जूरी में देश और विदेश की गणमान्य हस्तियां शामिल होंगी। जो सम्मान को पाने वालों के नाम तय करेगी।
सम्मान समारोह में खर्च होंगे 220 करोड़
वाराणसी में होने वाले इस आयोजन में 220 करोड़ रुपये खर्च होंगे। 220 करोड़ के बजट में 70 करोड़ रुपये इस ईनाम पर खर्च होंगे।
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संस्कृति मंत्रालय के कार्यक्रम 'राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव' के दिल्ली और बंग्लुरू में आयोजन के बाद वाराणसी में इसको आयोजित किया जाएगा। यहीं से 'नैमिश्य सम्मान' सम्मान की शुरुआत होगी।
'नैमिश्य सम्मान' आरएसएस की संस्कृति इकाई संस्कार भारती की पहल से शुरू हो रहा है। संस्कार भारती ने ही संस्कृति मंत्रालय से इस बाबत बात की। मंत्रालय की मंजूरी के बाद अब अगले महीने नंवबर से ये पुरस्कार शुरू हो जाएंगे।
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