बिना प्रिसिंपल के ही चल रहे हैं DU के 22 के ज्यादा कॉलेज
नयी दिल्ली। देश के प्रतिष्ठान विश्वविद्यालयों में शामिल दिल्ली विश्वविद्याल को लेकर एक रिपोर्ट सामने आई हैं। रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली यूनिवर्सिटी के 22 से अधिक कॉलेज ऐसे हैं जहां प्रिसिंपल नहीं है। डीयू के अंतर्गत कुल 77 कॉलेजों में से 22 से अधिक कॉलेज बिना किसी स्थायी प्रिंसिपल के चल रहे हैं। जब DU की छात्रा ने मार्क जुकरबर्ग से पूछा पीरियड्स पर सवाल
बिना स्थायी प्रिसिंपल के चल रहे इन कॉलेजों को लेकर अब शिक्षक संघ नाराज हो गया है। ये कॉलेज या तो एक कार्यवाहक प्रिंसिपल या तो एक ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी की देखरेख में चल रहे हैं। इन कॉलेजों में डीयू के बड़े और नामी कॉलेज भी शामिल हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (डूटा) के एक सदस्य ने कहा कि विश्वविद्यालय में बहुत सारे पद खाली पड़े हैं। नियुक्तियों की प्रक्रिया पूरी तरह से रूक गई है। हमने इस मुद्दे को कई बार उठाया, कुछ कॉलेजों में वषरें से पर्याप्त प्राध्यापक और स्थायी प्रिंसिपल नहीं हैं। शिक्षकों के करीब 4000 पद खाली पड़े हैं।
जानिए कौन-कौन से हैं वो कॉलेज?
बिना स्थायी प्रिसिंपल वाले कॉलेजों में हिंदू कॉलेज, श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स, किरोड़ीमल कॉलेज और कमला नेहरू कॉलेज, राजधानी कॉलेज, गार्गी कॉलेज, इंस्टीट्यूट ऑफ होम इकोनोमिक्स, देशबन्धु कॉलेज, भारती कॉलेज, अरबिंदो कॉलेज, भारती कॉलेज और श्यामा प्रसाद मुखर्जी कॉलेज जैसे बड़े कॉलेज शामिल हैं।
क्या कहना है डीयू प्रबंधन का?
स्थायी प्रिसिंपलों की नियुक्ति न कर पाने पर दिल्ली विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने कहा कि प्रिंसिपल की नियुक्ति प्रक्रिया पर काम शुरू हो गया है और कुलपति दिनेश सिंह की सेवानिवृत्ति और नये कुलपति योगेश त्यागी के पदभार संभालने की बीच की अवधि में हुए परिवर्तन की वजह से इसमें देरी हुई।