जेल जाने से बचने के लिए लोग खा रहे हैं तिहाड़ जेल का खाना
नयी दिल्ली। दिल्ली के जेल रोड स्थित तिहाड़ जेल देश की सबसे बड़ी और सबसे सुरक्षित जेल मानी जाती है। जहां खूंखार अपराधी से लेकर घोटालों में फंसे मंत्री कैद है। एक ओर ये जेल अपनी चाक-चैबंद्ध सुरक्षा के लिए जाना जाता है तो वहीं यहां के रेस्टोरेंट का खाना भी लोगों के आकर्षण का केंद्र है।
तिहाड़ जेल के कैदियों द्वारा चलाए जा रहे तिहाड़ फूड कोर्ट में लोग सिर्फ खाना खाकर अपनी भूख मिटाने नहीं आते बल्कि लोग यहां खाना खाकर अपना भाग्य बदलने आते हैं। जी हां अंधविश्वास में डूबे कई लोग यहां का खाना इसलिए खाते है ताकि उनपर आने वाली बुरी बला टल जाए।
यहां आने वाले ऐसे लोगों यहां का खाना शुभ मानते हुए पैक कराकर अपने घर ले जाते हैं या फिर उसमें से एक या दो रोटी बचाकर उन्हें अपने साथ ले जाते हैं। जेल अधिकारियों की माने तो यहां आने वाले ऐसे लोगों की तादात काफी है। लोगों का मानना है कि अगर वह कैदियों द्वारा बने हुए खाने को खाएंगे और जेल का पानी पीएंगे तो उनके जीवन की सारी बाधाएं तो दूर हो ही जाएंगी। अगर कोई समस्या आई भी तो कम से कम उन्हें जेल की सलाखों के पीछे नहीं जाना पड़ेगा।
इतना ही नहीं कई लोग तो जेल के अधिकारियो और कर्मचारियों से मिलकर उन्हें जेल के अंदर का खाना और पानी मुहैया कराने की अर्जी लगाते हैं। लोग इसे टोटका मानते है। कुछ लोग जेल की मिट्टी को भी मंगाते हैं तो कुछ लोग फांसी के तख्ते की लकड़ी। लोग उस लकड़ी को पाने के लिए कितने भी रुपये भी देने को तैयार हो जाते थे। उसे ताबीज बनाकर गले में पहनते हैं ताकि बुरी बला उनसे दूर रहे। वजह चाहे जो भी हो लेकिन लोगों के इस अंधविश्वास की वजह से तिहाड़ का ये फूड कोर्ट खूब फल-फूल रहा है।