आखिर टफ सवालों से क्यों बचती हैं टफ कॉप किरण बेदी?
नयी दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी किरण बेदी पर दांव लगा चुकी है। भाजपा ने किरण बेदी को सीएम पद का दावेदार बनाया है। भाजपा का नेतृत्व कर रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी निडरता के साथ आगे बढ़ रहे हैं, लेकिन सुपर कॉप किरण बेदी मीडिया के तल्ख सवारों से बचती दिख रही हैं। पहले अंग्रेजी चैनल के साथ इंटरव्यू के दौरान किरण बीच इंटरव्यू छोड़कर चली गईं और अब एक बार फिर से वे तल्ख सवारों से बचती दिखीं।
जी हां ऐसा तब हुआ जब एनडीटीवी के एंकर रवीश कुमार ने उन पर सवालों के तीर छोड़े। किरण सिर्फ उन सवालों के जवाब साफ और सीधे तरीकों से दे रही थी जिसे वो सहज और अपनी उपलब्धियों में देख रही थीं। इंटरव्यू के दौरान जब उनसे पूछा गया कि अगर जरूरत महसूस हुई तो पार्टियों को मिलने वाले चंदे में पारदर्शिता लाने के लिए और कानून बनाए जाएंगे, लेकिन वह इस सवाल को टालती नज़र आईं। बस कहती रहीं कि सब कानून के मुताबिक हो रहा है।
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किरण सिर्फ अपना गुणगान करती दिखीं। उन्होंने कहा कि वह स्पेशलिस्ट हैं और जिस तरह से उन्होंने नौकरी की है, उसी तरह से वह राजनीति करेंगी। उन्होंने कहा कि वह लोगों को नौकरी देने और अनियमित कॉलोनियों को नियमित करने के लिए काम करेंगी, लेकिन जब उनसे पूछा गया कि इसके लिए उनके पास क्या रणनीति या योजना है, तो वह सवाल को टाल गईं। वो इंटरव्यू बीच में ही छोड़कर अपनी कार में बैठकर निकल गईं। ऐसे में सवाल ये की आखिर किरण बेदी तीखे सवालों के जवाब देने से क्यों बचती हैं। अगर वो दिल्ली की सीएम बनती हैं तो क्या वो इस पद पर सफलपूर्वक काम कर पाएंगी?
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