मुंबई के मॉल में ऑटोरिक्शा वाले को नहीं मिली एंट्री, वजह हैरान करने वाला
ऑटोवाले को नहीं मिली मॉल में एंट्री, कहा ऑटो को पार्किंग में नहीं कर सकते हैं पार्क।
मुंबई। 28 साल के विकास तिवारी पेशे से इंजीनियर हैं। विकास दीवाली के मौके पर अपने भाई संतोष और अपने पूरे परिवार को मॉल में शॉपिंग के लिए ले गए। विकास के भाई संतोष पेशे से ऑटोरिक्शा ड्राइवर है और हर रोज दर्जनों लोगों को अपनी ऑटो में बिठाकर मॉल तक छोड़ते है, लेकिन जब संतोष अपने पूरे परिवार के साथ कुर्ला स्थित फिनोइक्स मार्केटसिटी मॉल पहुंचे तो उन्हें मॉल में एंट्री से रोक दिया गया।
ऑटोरिक्शा डॉइवर की मॉल में नो-इंट्री
विकास और उनके परिवार को मॉल के सिक्योरिटी गार्ड्स ने एंट्री पर ही रोक दिया। उन्होंने दलील दी कि वो ऑटो को मॉल की पार्किंग में पार्क नहीं कर सकते हैं और ना ही ऑटो के साथ मॉल के अंदर प्रवेश कर सकते हैं। विरोध करने पर सिक्योरिटी गार्डस विकास को अलग कमरे में ले गए, जहां पहले 5-7 गार्ड्स मौजूद थे। विकास खुद को असुरक्षित महसूस करने लगे।
वीडियो फुटेज से हुआ खुलासा
अपनी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विकास ने इस पूरे मामले का वीडियो तैयार कर लिया। विकास को वीडियो बनाता देख गार्ड्स भड़क गए, उन्होंने फौरन रिकॉर्डिंग बंद करने को कहा, लेकिन विकास ने नहीं माने। वो लगातार पूरे विवाद का वीडियो बनाते रहे। विकास की इस मुद्दे पर बहस इतनी बढ़ी की मॉल प्रशासन को पुलिस को बुलाना पड़ा। पुलिस के सामने भी विकास ने यहीं प्रश्न रखा कि आखिर मॉल में ऑटो को प्रवेश क्यों नहीं मिल सकता? जब मॉल की पार्किंग में कहीं लिखा नहीं है तो ऑटो चालक अपनी ऑटो मॉल में क्यों नहीं ले जा सकता?
विकास के सवालों का किसी के पास जवाब नहीं था। मॉल प्रशासन ने उन्हें अपनी इंटरनल पॉलिसी का हवाला देकर चुप करा लिया और वीडियो डिटील करवाने के बाद ही उसे वहां से जाने दिया, लेकिन चौंकाने वाली बात ये थी कि विकास ने पूरी की पूरी रिकॉर्डिंग फेसबुक लाइव पर की थी। सोशल मीडिया पर वीडियो को लेकर लोगों ने खूब आलोचनाएं की है। लोगों ने मॉल प्रशासन को जिम्मेदार ठहराते हुए कई सवाल किए है। विकास ने मुंबई के पुलिस कमिश्नर को भी मामले को लेकर ट्विट किया है, लेकिन कहीं से किसी ने भी कोई ज वाब अब तक नहीं दी है।