कहीं फूटी दही-हांडी कहीं फूटे सिर, 17 गोविंदा घायल
नई
दिल्ली-महाराष्ट्र।
एक
ओर
जहां
जन्माष्टमी
उत्सव
पर
दही-हांडी
फूटी
वहीं
कई
सिर
भी
इस
उत्सव
में
फूटे
हैं।
मुंबई
में
ही
दही-हांडी
उत्सव
के
मौके
पर
बाल-श्रृंखला
के
दौरान
कम
से
कम
17
लोग
घायल
हो
गए।
खबर
है
कि
इनमें
एक
की
हालत
बेहद
गंभीर
है।
स्थानीय जिम्मेदार अधिकारियों ने इसकी पुष्टि भी कर दी है। कुछ घायलों को सायन और केईएम अस्पतालों के भर्ती कराया गया है वहीं अन्य को निजी अस्पतालों में इलाके के लिए शिफ्ट किया गया है।
सम्बंधित केईएम अस्पताल की डीन डॉक्टर शुभांगी पारकर का कहना है कि यहां 12 लोगों को लाया गया जो दही-हांडी के दौरान घायल हुए हैं। अन्य गोविंदाओं को दूसरे सायन अस्पताल ले जाया गया जहां 2 लोगों को एडमिट किया गया।
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इस अस्पताल में 5 लोगों को इलाज के लिए लाया गया है। इनमें से 3 लोगों को फर्स्ट ऐड के बाद छुट्टी दे दी गई जबकि दो को अभी एडमिट ही रखा गया गया है। इनमें से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है।
दरअसल सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने के बाद महाराष्ट्र व अन्य क्षेत्रों में गोविंदाओं की सुरक्षा को बेहद गंभीरता से नहीं लिया गया। बंबई हाई कोर्ट ने दही-हांडी में 18 साल से कम उम्र के लड़कों के शामिल होने पर बैन कर दिया था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इस फैसले पर रोक लगा दी थी। अब जब घायल हुए गोविंदाओं की बात सामने आई है तो प्रशासन भी सिर्फ इलाज की बात कहकर अपनी जिम्मेदारी से बच रहा है।